पर्चे से ज्यादा लोगों के अरचे में उतरना चाहिए है, लोगों के चरित्र में उतरना चाहिए, हमें पर्चा नहीं चाहिए, हमें भोकाल नहीं चाहिए, हमें बवाल नहीं चाहिए, हमें इस देश के हिंदुओं को जगा हुआ चाहिए, तर्कवादी चाहिए और बहन बेटियों को सिद्धांतवादी चाहिए.
पं. धीरेंद्र शास्त्री