Mahakumbh 2025: महाकुंभ को लेकर सोशल मीडिया पर भ्रामक पोस्ट करने वालों के खिलाफ पुलिस कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रही है. इस संबंध में रविवार को कुछ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई..
Trending Photos
Mahakumbh Mela 2025: प्रयागराज महाकुंभ को लेकर सोशल मीडिया पर भ्रामक वीडियो या पोस्ट शेयर करने वालों के खिलाफ पुलिस कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रही है. इस संबंध में आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इन लोगों पर नेपाल से जुड़ी एक घटना का वीडियो महाकुंभ का बताकर सोशल मीडिया पर शेयर करने का आरोप है. मेला पुलिस ने ऐसे लोगों के लिए चेतावनी जारी की है.
अफवाह फैलाने के मामले में केस दर्ज
मौनी अमावस्या के सनान पर्व पर महाकुंभ मेले में मची भगदड़ मामले में केस दर्ज किया गया है. सोशल मीडिया पर भ्रामक पोस्ट करने पर आठ लोगों पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. आरोप है कि सोशल मीडिया पर नेपाल के वीडियो को महाकुंभ, प्रयागराज का बताकर शेयर किया गया. अफवाह फैलाई जा रही थी कि, “महाकुंभ 2025 प्रयागराज यानी मौत का महाकुंभ …” यह भी लिखा गया कि “भगदड़ कांड में एक परिवार के तीन लोगों की जान गई है. परिजन पोस्टमार्टम हाउस से कंधे पर शवों को लेकर जा रहे हैं. कम से कम एम्बुलेंस के माध्यम से शवों को उनके जन्म स्थान तक पहुंचाने में मदद करनी चाहिए”.
वीडियो का फैक्ट चेक
इस वीडियो का फैक्ट चेक करने पर यह नेपाल का पाया गया. जिसका खंडन भी कुम्भ मेला पुलिस के अकाउंट से किया गया है.इस संबंध में कुंभ मेला पुलिस ने एक्स पर लिखा है, ''नेपाल की घटना से संबंधित वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुंभ, प्रयागराज का बताकर अफवाह फैलाने वाले सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध कुंभ मेला पुलिस द्वारा एफआईआर पंजीकृत करके वैधानिक कार्यवाही की जा रही है.' इस पोस्ट के साथ ब्रजेश कुमार प्रजापति नामक एक एक्स यूजर के पोस्ट का स्क्रिन शॉट भी अटैच किया गया है. ब्रजेश कुमार प्रजापति ने एक वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है - महाकुंभ_2025_प्रयागराज यानी मौत का महाकुंभ... भगदड कांड में एक परिवार से तीन-तीन लोगों की जान गई. परिजन पोस्टमार्टम हाऊस से कंधे पर शवों को लेकर जा रहे हैं. कम से कम एम्बुलेंस के माध्यम से शवों को उनके जन्म स्थान तक पहुंचाने में मदद करनी चाहिए.'' हालांकि, एक्स यूजर का ये दावा गलत है.
बता दें कि बसंत पंचमी के अवसर पर महाकुंभ में होने वाले अंतिम अमृत स्नान से पहले पुलिस और प्रशासन ने अपनी कमर कस ली है. यूपी के सीएम योगी के 'जीरो एरर' के निर्देश के अनुपालन पर सभी ने पूरी ताकत लगा दी है. 29 जनवरी को मौनी अमावस्या स्नान के दौरान हुई भगदड़ के 30 लोगों की मौत हो गई, जबकि 60 घायल हो गए. इसके बाद यूपी सरकार सख्त हो गई है. बसत पंचमी पर भी सुरक्षा को पुख्ता किया गया था.