इकोनॉमिक से लेकर टूरिज्म सेक्टर तक...बिहार के लिए क्या-क्या करना चाहते हैं अरबपति बिजनेसमैन अनिल अग्रवाल?
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इकोनॉमिक से लेकर टूरिज्म सेक्टर तक...बिहार के लिए क्या-क्या करना चाहते हैं अरबपति बिजनेसमैन अनिल अग्रवाल?

Vedanta Chairman Anil Agarwal: अनिल अग्रवाल ने बिहार के बारे में बात करते हुए कहा कि राज्य कई आर्थिक क्षेत्रों में वृद्धि देखेगा, जिसमें पर्यटन भी शामिल है. 

इकोनॉमिक से लेकर टूरिज्म सेक्टर तक...बिहार के लिए क्या-क्या करना चाहते हैं अरबपति बिजनेसमैन अनिल अग्रवाल?

Vedanta Anil Agarwal: अरबपति बिजनेसमैन और वेदांता ग्रुप के फाउंडर और गैर-कार्यकारी अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा है कि वे बिहार में कुछ सार्थक बिजनेस स्थापित करना चाहते हैं. एक मीडिया कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में प्राकृतिक संसाधनों, स्किल्ड वर्कफोर्स, गंगा नदी और अत्यंत उपजाऊ जमीन के कारण अपार संभावनाएं हैं.

उन्होंने तेल और गैस क्षेत्र को अपनी आत्मा बताते हुए कहा कि इस क्षेत्र में भारत की मजबूत क्षमता है. अग्रवाल ने कहा कि वेदांता समूह इस क्षेत्र में भी निवेश कर रहा है और इसे भारत की आर्थिक वृद्धि का प्रमुख हिस्सा मानता है.

बिहार में इन सेक्टर्स का भविष्य

अनिल अग्रवाल ने बिहार के बारे में बात करते हुए कहा कि राज्य कई आर्थिक क्षेत्रों में वृद्धि देखेगा, जिसमें पर्यटन भी शामिल है. उन्होंने भारत में विकास की संभावनाओं पर बात करते हुए कहा कि देश में प्रचुर प्राकृतिक संसाधन हैं. विशेष रूप से हीरे, सोना और तांबा जैसी खनिज संपदाओं का अपार भंडार है.

कबाड़ के व्यापारी से अरबपति कारोबारी तक

बिहार में जन्मे अनिल अग्रवाल ने 1970 के दशक में अपने करियर की शुरुआत कबाड़ के व्यापारी के रूप में की थी. साल 2003 में उनकी कंपनी वेदांता रिसोर्सेज लंदन स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड होने वाली पहली भारतीय कंपनी बन गई थी. बिजनेस मैग्जीन फोर्ब्स के अनुसार, आज उनकी अनुमानित संपत्ति लगभग 2 बिलियन डॉलर है. 

उन्होंने अपनी कंपनी वेदांता लिमिटेड को खड़ा करने के अपने अनुभव के बारे बताते हुए कहा कि एक बार उन्होंने अपने व्यापारिक संपर्कों को प्रभावित करने के लिए खुद को भारतीय राजा के रूप में पेश किया था. उन्होंने कहा कि वो खुद को 'महाराजा अनिल कुमार' बताकर ब्रिटिश लोगों को प्रभावित करते थे.

 

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