Lucknow News: लखनऊ में एक बार फिर भू माफिया की कारगुजारियां सामने आई है. इस बार शिकार बने हैं आईएएस अधिकारी बृजेश नारायण सिंह तो वहीं अवैध कब्जा कर जमीन बेचने आरोप लगा है समाजवादी पार्टी के पूर्व एमएलसी उदयवीर सिंह पर.
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Lucknow News: परिवहन आयुक्त बृजेश नारायण सिंह ने लखनऊ के गोमती नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. आईएएस नारायण सिंह ने अपनी FIR में उदयवीर के साथ ही अविनाश सिंह सिंकू, शक्ति सिंह, भ्रष्टाचार में शामिल LDA के अधिकारी और अन्य लोगों के खिलाफ अवैध अतिक्रमण जालसाजी धोखाधड़ी एवं आपराधिक षड्यंत्र का आरोप लगया है.
कैसे हुआ जमीन पर कब्जा ?
FIR के मुताबिक IAS अधिकारी नारायण सिंह ने विनीत खंड में प्लाट नंबर 5/145 अपनी पत्नी मीनल सिंह के नाम पर सन् 1997 में LDA से खरीदा था. उन्होंने आरोप लगाया कि उदयवीर सिंह के संरक्षण में भू माफिया ने अवैध कब्जा कर लिया. जानकारी मिलने पर जब उन्होंने निरीक्षण किया तो पता लगा समाजवादी पार्टी के पूर्व एमएलसी उदयवीर सिंह ने एलडीए के कुछ कर्मचारियों से सांठगांठ कर इस जमीन के फर्जी कागजात तैयार करवाए और प्लॉट को बेच दिया
भू माफिया गैंग पर आरोप
शिकायत में आईएएस अधिकारी ने साफ कहा है कि राजधानी लखनऊ में पूर्व एमएलसी उदयवीर सिंह के संरक्षण में एक बड़ा भू माफिया गैंग सक्रिय है, जो सरकारी अफसरों और आम नागरिकों की जमीनों को हड़पने का काम कर रहा है. इस गिरोह की जड़ें सरकारी विभागों तक फैली हुई हैं, जिसकी वजह से फर्जी दस्तावेज तैयार करवाकर प्लॉटों को बेचा जा रहा है. आईएएस बृजेश नारायण सिंह ने संबंधित अधिकारियों को शिकायत दी है और सख्त कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने जमीन वापस पाने और दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की अपील की है.
यह मामला एलडीए और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है. अब देखने वाली बात होगी कि क्या प्रशासन इस बड़े वीआईपी जमीन घोटाले पर कोई ठोस कदम उठाता है या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा ?
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