Gaza Ceasefire: गाजा में सीजफायर पर तलवार लटकती दिख रही है. ट्रंप, नेतन्याहू और हमास का रुख बता रहा है कि शायद यह सीजफायर 45 दिन तक भी न खिच पाए.
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Gaza Ceasefire: इजरायल और हमास के बीच हुए सीजफायर समझौते के प्रभावी होने के तीन सप्ताह से भी कम वक्त बाद, वह कमजोर होता दिख रहा है. युद्धविराम समझौते के तहत, दोनों पक्ष पहले ही पांच बार इजरायली बंधकों और फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली कर चुके हैं, लेकिन हाल के दिनों में समझौते के इंप्लीमेंटेशन को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का खेल शुरू हो गया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के जरिए अपने सहयोगी इजरायल का जबरदस्त समर्थन करने से सीजफायर पर काफी असर पड़ा है. खास तौर पर गाजा पट्टी पर कब्जा करने और वहां के फिलिस्तीनी निवासियों को वहां से हटाने वाले प्रस्ताव का उनका काफी विरोध हुआ है.
युद्धविराम अभी अपने पहले चरण में है. अगले चरण को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है. पिछले कुछ दिनों से हमास ने इजरायल पर समझौते का सम्मान न करने का आरोप लगाया है, और कहा है कि गाजा में आने वाली सहायता की मात्रा और प्रकार अपर्याप्त है.
कई बयानों में फिलिस्तीनी लड़ाकों ने कहा है कि उन्हें गाजा में मलबा साफ करने के लिए मांगी गई मशीनें नहीं मिली हैं, और उन्होंने समझौते की शर्तों के तहत घायल लोगों को मिस्र पहुंचाने में आ रही दिक्कतों की शिकायत भी की है.
बुधवार को हमास ने कहा कि इजरायल के जरिए किए जा रहे उल्लंघनों के वजह से वह अगली बंधक रिहाई को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर देगा, जो 15 फरवरी को होने वाली थी. यूरोपीय विदेश संबंध परिषद के एक शोधकर्ता ह्यूग लोवेट ने एएफपी को बताया कि हमास का ऐलान युद्धविराम के अगले चरणों पर फैसला लेने के लिए मजबूर करने की एक कोशिश हो सकता है.
लोवेट ने कहा, "यह एक "हेल मैरी पास" है, क्योंकि उन्हें डर है कि इजरायल ट्रम्प के समर्थन का फायदा उठाकर नई शर्तें लागू करेगा और समझौते के क्रियान्वयन में देरी करेगा." युद्ध विराम का पहला फेज 42 दिनों का है. इस अवधि के दौरान, दूसरे चरण के लिए बातचीत शुरू होनी थी, लेकिन ऐसा अभी तक नहीं हुआ है.
बुधवार को हमास का एक प्रतिनिधिमंडल मिस्र के वार्ताकारों के साथ समझौते पर विवादों पर चर्चा करने के लिए काहिरा पहुंचा. लेकिन हमास के प्रवक्ता ने चेतावनी दी कि समूह संयुक्त राज्य अमेरिका और इज़राइल की “धमकी की भाषा” के आगे नहीं झुकेगा.
दरअसल, ट्रम्प ने सोमवार को कहा कि यदि हमास ने शनिवार दोपहर तक गाजा में बंधक बनाए गए सभी इजरायली बंधकों को रिहा नहीं किया तो वहां “नरक” मच जाएगा. राष्ट्रपति की यह धमकी उस समय आई जब उन्होंने अमेरिका के जरिए गाजा पट्टी पर नियंत्रण करने और इसके लगभग 2.4 मिलियन निवासियों को जॉर्डन या मिस्र ले जाने की योजना की घोषणा की. इस प्रस्ताव की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापक निंदा हुई है और विशेषज्ञों ने कहा है कि यह अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन होगा.