Kumbh Mela 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में सफाई कर्मचारियों की महती भूमिका है. घाट से लेकर मेला तक को साफ रखने की जिम्मेदारी इन्हीं के ऊपर है. क्योंकि हर दिन लाखों की संख्या में पहुंच रहे श्रद्धालु के कारण मेला क्षेत्र गंदगी के अंबार से पट जाता लेकिन सफाई कर्मचारियों ने पूरी ईमानदारी के साथ काम किया और पूरे परिसर को साफ-सुथरा करके रखा है.
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Kumbh Mela 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से आयोजित भव्य महाकुंभ को सफल बनाने में यहां ड्यूटी पर तैनात सफाई कर्मचारियों की भी अहम भूमिका है. यहां पर तीन अमृत स्नान हुए. करोड़ों की संख्या में देश भर से श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने के लिए पहुंचे. लेकिन, संगम तट पर गंदगी देखने को नहीं मिली. सफाई कर्मचारियों ने पूरी ईमानदारी के साथ काम किया और पूरे परिसर को साफ-सुथरा रखा.
क्या कहते हैं सफाई कर्मचारी
महाकुंभ नगर में तैनात सफाई कर्मचारी ज्योति ने संगम नोज पर स्वच्छता बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात की. उन्होंने कहा, "मेरा कर्तव्य यहां स्वच्छता सुनिश्चित करना है और मैं इस क्षेत्र को साफ रखने का प्रयास करती हूं. तीर्थयात्री हमारे प्रयासों की सराहना करते हैं और उनका सम्मान पाकर बहुत अच्छा लगता है. दिन भर जो काम करने से थकान होती है, यहां आए श्रद्धालुओं की प्रशंसा से वह दूर हो जाती है."
पीएम मोदी ने किया था सम्मान
ज्योति ने बताया, "पीएम मोदी जब 2019 में यहां आए थे तो उन्होंने खास तौर पर मेरा सम्मान किया था. उन्होंने हम सफाई कर्मचारियों के महत्व को समझा. वह जब प्रयागराज आएंगे तो हमें उम्मीद है कि फिर से हम लोगों का सम्मान करेंगे. पीएम मोदी को लेकर मन में भारी उत्साह है. हम लोग एक बार फिर उनसे रू-ब-रू हो सकेंगे."
37 करोड़ श्रद्धालु कर चुके हैं स्नान
अब तक करीब 37 करोड़ के लगभग श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई है. हालांकि, अब महाकुंभ में साधु-संत वापिस लौटने की तैयारी कर रहे हैं. यहां से कुछ साधु-संत वाराणसी की ओर जाएंगे. वहां महाशिवरात्रि पर भगवान विश्वनाथ के दर्शन करेंगे. इसके बाद कई साधु-संत हरिद्वार के लिए प्रस्थान करेंगे. इधर, प्रयागराज की धरती पर श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी है.
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