कच्चा नहीं पका कर खाने से होगा फायदा, ये सब्जियां आपको बनाएंगी तंदरुस्त

सभी जीवित चीजों की तरह सब्जियों में भी कोशिकाएं होती हैं. ऐसे में सब्जियों में कुछ महत्वपूर्ण पोषक तत्व कभी-कभी इन कोशिकाओं में फंसे रह जाते हैं. जब सब्जियां पकाई जाती हैं तो यह कोशिकाएं टूट जाती हैं और इनको पचाना आसान होता है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jun 11, 2022, 05:07 PM IST
  • कुछ सब्जियों को पकाने पर होता है फायदा
  • पकाने से पचाने में होती हैं ज्यादा आसानी
कच्चा नहीं पका कर खाने से होगा फायदा, ये सब्जियां आपको बनाएंगी तंदरुस्त

नई दिल्ली. आज के दौर में कच्ची सब्जियों के सेवन का काफी चलन है. इसके पीछे तर्क दिया जाता है कि इन्हें खाना स्वास्थ्य के लिए बेहतर होता है. हालांकि ऐसा नहीं है कि सभी कच्ची सब्जियां अधिक पौष्टिक होती हैं.  बल्कि कुछ सब्जियां ऐसी भी हैं जिन्हें हम कच्चा खाने बजाय अगर पका कर खाएं तो हमें ज्यादा फायदा मिलता है. 

शतावरी (एस्पेरेगस)
सभी जीवित चीजों की तरह सब्जियों में भी कोशिकाएं होती हैं. ऐसे में सब्जियों में कुछ महत्वपूर्ण पोषक तत्व कभी-कभी इन कोशिकाओं में फंसे रह जाते हैं. जब सब्जियां पकाई जाती हैं, तो ये कोशिकाएं टूट जाती हैं, जिससे पोषक तत्व बाहर निकल आते हैं और शरीर अधिक आसानी से इन्हें अवशोषित कर सकता है. ठीक ऐसे में शतावरी को पकाने से इसकी कोशिकाएं टूट जाती हैं, जिससे विटामिन ए, बी 9, सी और ई बाहर निकल जाते हैं. शतावरी को महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद सब्जी माना जाता है. यह महिलाओं के प्रजनन हार्मोन के लिए लाभकारी होती है. यह उनकी यौन समस्याओं को भी ठीक करने के लिए भी जानी जाती है. इसके अलावा यह कई दीर्घकालिक बीमारियों से निपटने में भी मददगार होती है.

 मशरूम
अक्सर मशरूम को सलाद के रूप में कच्चा खाया जाता है. मशरूम में बड़ी मात्रा में 'एंटीऑक्सीडेंट एर्गोथायोनीन' होता है, जो इसे पकाने के दौरान बाहर निकलता है. एंटीऑक्सीडेंट ऐसे रसायनों को खत्म कर देता है, जो हमारी कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं. कोशिकाओं को नुकसान होने का कारण बीमारियां और उम्र बढ़ने लगती है.

पालक
पालक को भी सलाद और जूस के तौर पर बिना पकाए इस्तेमाल किया जाता है. पालक आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम और जिंक जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है. पालक को पकाए जाने पर ये पोषक तत्व अधिक आसानी से अवशोषित हो जाते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि पालक में ऑक्सालिक एसिड (कई पौधों में पाया जाने वाला एक यौगिक) होता है, जो आयरन और कैल्शियम के अवशोषण को रोकता है. पालक को गर्म करने से एक प्रकार का कैल्शियम निकलता है, जिसे शरीर जरूरत के हिसाब से अवशोषित कर लेता है. अनुसंधान बताते हैं कि पालक को भाप देने से फोलेट (बी9) का स्तर बना रहता है, जिससे कुछ प्रकार के कैंसर का खतरा कम हो सकता है.

 टमाटर
टमाटर को अक्सर लग कच्चा ही खा लेते हैं. सलाद में भी कच्चे टमाटर का प्रयोग होता है. टमाटर को किसी भी तरीके से पकाने पर इसमें 'एंटीऑक्सीडेंट लाइकोपीन' काफी बढ़ जाता है. कहा जाता है कि लाइकोपीन से हृदय रोग और कैंसर सहित कई पुरानी बीमारियों का जोखिम कम हो जाता है. टमाटर में लाइकोपीन की मात्रा इसे पकाने से बढ़ती है. टमाटर को पकाने से इसकी मोटी कोशिकाएं टूट जाती हैं, जिनमें कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं.

गाजर
गाजर एक ऐसी सब्जी है जिसे लगभग बार कच्चा ही खाया जाता है. पकी हुई गाजर में कच्ची गाजर की तुलना में अधिक 'बीटा-कैरोटीन' होता है, जिसे शरीर विटामिन 'ए' में बदल देता है. वसा में घुलनशील यह विटामिन हड्डियों के विकास, दृष्टि और प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है. गाजर को छिलके के साथ पकाने से उनकी 'एंटीऑक्सीडेंट' शक्ति दोगुनी से अधिक हो जाती है. आपको गाजर को काटने से पहले पूरी तरह उबाल लेना चाहिए. गाजर को तलने से बचें क्योंकि इससे कैरोटीनॉयड की मात्रा कम हो सकती है.

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