Maharaj Premanand: वृंदावन में प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. ये मुद्दा संत बनाम ब्राह्मण और सोसायटी वर्सेज दुकानदार हो गया है.
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Maharaj Premanand: वृंदावन में प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. पदयात्रा मार्ग पर पड़ने वाली NRI सोसायटी के लोगों ने इस पदयात्रा विरोध किया. लोगों का कहना था कि आधी रात तेज म्यूजिक और आतिशबाजी से बच्चों और बुजुर्गों को परेशानी होती है. शिकायत हुई तो प्रेमानंद महाराज ने अपनी पदयात्रा रोक दी, जिसके बाद बाबा बागेश्वर ने प्रेमानंद के समर्थन में बयान दिया था.
सोसायटी वर्सेज दुकानदार हुआ मुद्दा
अब बाबा बागेश्वर के बयान पर मथुरा का ब्राह्मण समाज नाराज हो उठा है. साथ ही धंधा मंदा होने से इलाके के दुकानदार भी सोसायटी के खिलाफ हो गए हैं और रात्रि पदयात्रा का पूरा मुद्दा संत बनाम ब्राह्मण और सोसायटी वर्सेज दुकानदार हो चुका है.बाबा बागेश्वर ने बयान के भाव बदलने की बात तो कह दी लेकिन बाबा बागेश्वर पर ब्राह्मण समाज का गुस्सा भड़क गया. राष्ट्रीय ब्राह्मण सेवा संघ के बैनर तले वृंदावन में एक बैठक हुई. जिसमें कहा गया कि बागेश्वर का ये बयान अनरगल था और वो इसका विरोध करते हैं.
भक्तों की भारी भीड़
रात्रि पदयात्रा में प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ पहुंचती थी. प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा बंद हुई तो रास्ते में पड़ने वाली दुकानों की कमाई असर पड़ने लगा. ऐसे में अब प्रेमानंद महाराज के समर्थकों में मौजूद दुकानदारों ने भी मोर्चा खोल दिया है और दुकानों के बाहर नोटिस चिपका दिया गया है. जिसमें लिखा है कि पदयात्रा का विरोध करने वालों को उनकी दुकान से सामान नहीं मिलेगा.
कुछ सालों में बढ़ी है पॉपुलैरिटी
दरअसल प्रेमानंद महाराज की पॉपुलैरिटी पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ी है. बड़े बड़े नाम उनके दर्शन करने के लिए आश्रम पहुंचते हैं लेकिन ज्यादा से ज्यादा आम लोग रात्रि पदयात्रा के जरिए ही प्रेमानंद महाराज के दर्शन कर पाते थे. अब प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा को लेकर शुरु हुए इस विवाद में संत और ब्राह्णण समाज के आमने-सामने और दुकानदारों की एंट्री ने पूरे मुद्दे को नई हवा दे दी है.