76th Republic Day of India: कभी अशांति का दौर झेलने वाला कश्मीर का लाल चौर अब लहराता तिरंगा और लाइटों से जगमगाता है. भारत के 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर यहां से एक हृदय को गदगद करने वाला वीडियो वायरल हो रहा है.
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76th Republic Day of India: भारत आज अपना 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. इस मौके पर देशभर में सड़कें और बाजारें खूबसूरत तिरंगों से सजे नजर आते हैं. इस मौके पर इंडिया गेट जैसे कई ऐतिहासिक धरोहरों को भी तिरंगों की रोशनी से सारोबार किया जाता है. बता दें कि कश्मीर के श्रीनगर में स्थित लाल चौक भी गणतंत्र दिवस के उत्सव में तिरंगे की जगमगाहट से सजा हुआ है. अब इससे जुड़ा एक वीडियो भी काफी वायरल हो रहा है.
'धरती सुनहरी अंबर नीला....'
कश्मीर के श्रीनगर में स्थित लाल चौक पर बना घंटाघर देशभर में प्रसिद्ध है. कभी दहशतगर्दों और ग्रेनेड का निशाना बनने वाला ये इलाका अब हर राष्ट्रीय दिवस पर तिरंगे की रोशनी से जगमगाता है. बता दें कि भारत के 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर लाल चौक के सामने कुछ युवा देशभक्ति गीत में झूमते नजर आ रहे हैं.
#WATCH | Jammu and Kashmir: People dance and celebrate at Lal Chowk in Srinagar on the occasion of 76th #RepublicDay pic.twitter.com/tVppfAhHnd
— ANI (@ANI) January 26, 2025
एक तरफ घंटाघर तिरंगे की रोशनी से सारोबार है तो वहीं 4-5 लोग इसके सामने 'धरती सुनहरी अंबर नीला....' नाम के इस गीत में जश्न मनाते और झूमते हुए दिखाई दे रहे हैं.
अशांति झेल चुका है लाल चौक
बता दें कि लाल चौक श्रीनगर का मुख्य सामाजिक और राजनीतिक केंद्र रहा है. इस जगह ने अशांति का दौर भी खूब झेला है. आतंकियों ने इस जगह को अपना निशाना बनाया है. यहां से कई ग्रेनेड फटने की खबरें भी सामने आती रही हैं. आतंक के दौर में इस जगह पर कई बम धमाके हुए हैं. साल 1992 में भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी ने यहां 26 जनवरी को तिरंगा फहराया था. उस दौरान पीएम मोदी भी उनके साथ यहां आए थे.
आकर्षण का केंद्र बना लाल चौक
कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद श्रीनगर में स्मार्ट सिटी योजना के तहत लाल चौक पर बने घंटाघर को कायाकल्प किया गया. यहां पर नई घड़ी लगाई गई. साथ ही कश्मीर घूमने आए पर्यटकों के लिए यह मुख्य आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. यहां पर बना सैल्फी प्वॉइंट लोगों को काफी लुभाता है. इतना ही नहीं घंटाघर पर अब तिरंगा लहराता है, जो कभी दहशतगर्द को झेलने के बावजूद हमेशा गुरूर में खड़े रहने का संदेश देता है.