Mumbai Viral News: 13वीं मंजिल से गिरते हुए दो साल के बच्चे का वीडियो सामने आया है. इतनी ऊंचाई से गिरने के बाद भी बच्चा बच गया. इस घटना का सीसीटीवी फुटेज अब वायरल हो रहा है.
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Viral News: एक कहावत है कि 'जाको राखे साइयां मार सके ना कोय'. यह कहावत एक हादसे के दौरान फिर सच साबित हुई है. मुंबई के डोंबिवली में एक बहुमंजिला इमारत की 13वीं मंजिल से गिरती हुई दो वर्षीय बच्ची की जान उस समय बच गई, जब एक व्यक्ति ने फुर्ती से बच्ची को गिरते हुए देख लिया और उसकी सूझबूझ से बच्ची को बचाया जा सका.
घटना का वीडियो सामने आने के बाद लोग उस व्यक्ति की बहादुरी की जमकर तारीफ कर रहे हैं और उसे असली हीरो मान रहे हैं. अधिकारियों के मुताबिक, यह हादसा पिछले सप्ताह ठाणे के देवीचापाड़ा इलाके में हुआ था. हालांकि, इस हादसे में बच्ची को मामूली चोटें आईं, लेकिन उस व्यक्ति की सूझबूझ और तत्परता से उसकी जान बच गई. यह घटना न केवल उस व्यक्ति की बहादुरी को दिखाती है, बल्कि यह भी बताती है कि कभी-कभी एक सही कदम पूरी ज़िन्दगी बदल सकता है.
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शख्स ने बचाई बच्ची की जान
वीडियो में भावेश म्हात्रे नामक व्यक्ति को तेजी से दौड़ते हुए देखा जा सकता है ताकि वह गिरती हुई बच्ची को पकड़ सके. हालांकि वह पूरी तरह से बच्ची को पकड़ने में सफल नहीं हो पाता, लेकिन उसके प्रयासों की वजह से बच्ची सीधे जमीन पर गिरने से बच जाती है. इस कारण बच्ची को बहुत कम चोटें आईं. भावेश के तत्परता और साहस ने उस छोटे से जीवन को बचाने में अहम भूमिका निभाई, जिससे उसकी जान सुरक्षित रही.
13वीं मंजिल से गिरी 2 साल की बच्ची
चश्मदीदों के अनुसार, बच्ची अपने फ्लैट की 13वीं मंजिल की बालकनी से गिर गई थी. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि बच्ची पहले बालकनी के किनारे पर फिसल गई थी और कुछ समय के लिए लटकी रही, जिसके बाद वह गिर गई. यह दृश्य बहुत डरावना था, लेकिन भाग्यवश, भावेश म्हात्रे जैसे व्यक्ति के त्वरित प्रयासों ने बच्ची की जान बचा ली.
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शख्स की हो रही है जमकर तारिफ
भावेश म्हात्रे ने बताया कि वह इमारत के पास से गुजर रहे थे जब उन्होंने बच्ची को गिरते हुए देखा. उन्होंने कहा, "साहस और मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं है," और इस भावना के साथ उन्होंने तुरंत बच्ची को बचाने की कोशिश की. नगर निगम के एक अधिकारी ने भी भावेश के प्रयासों की सराहना की और कहा कि उन्हें सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया जाएगा, ताकि उनकी बहादुरी को सराहा जा सके. भावेश का यह साहसिक कदम वास्तव में प्रेरणादायक है.