नॉनवेज खाने से घबरा रहे लोग.. इस राज्य में 'चिकन' पर लग गया बैन, वजह कर देगी हैरान
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नॉनवेज खाने से घबरा रहे लोग.. इस राज्य में 'चिकन' पर लग गया बैन, वजह कर देगी हैरान

Hyderabad News: हैदराबाद में नॉनवेज खाने पर रोक लगा दी गई है. जिसकी वजह से लोग घबरा रहे हैं. इसके पीछे की वजह क्या है आइए जानते हैं. 

नॉनवेज खाने से घबरा रहे लोग.. इस राज्य में 'चिकन' पर लग गया बैन, वजह कर देगी हैरान

Hyderabad News: खाने- पीने के शौकीन काफी ज्यादा संख्या में नॉनवेज का सेवन करते हैं. ऐसा माना जाता है कि नॉनवेज के सेवन से लोगों को प्रोटीन सही मात्रा में मिल जाती है. जानवरों को भी ये काफी मात्रा में खिलाया जाता है. हालांकि तेलंगाना के हैदराबाद से नॉनवेज प्रेमियों के लिए एक जरूरी खबर है. यहां पर मांसाहारी जानवरों के लिए 'चिकन' और अंडों की आपूर्ति पर रोक लगा दी गई है. इसके पीछे की क्या वजह है जानते हैं. 

आपूर्ति पर लगी रोक
तेलंगाना के पड़ोसी राज्यों में संदिग्ध एवियन इन्फ्लूएंजा से मुर्गियों की मौत की खबरों के बीच यहां नेहरू जूलॉजिकल पार्क ने सावधानी बरतते हुए मांसाहारी जानवरों के लिए 'चिकन' और अंडों की आपूर्ति पर रोक लगा दी है. चिड़ियाघर के सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि प्राधिकारी यहां बाघ, शेर, तेंदुआ और जगुआर सहित मांसाहारी जानवरों को खिलाने के लिए करीब 35 किलोग्राम 'चिकन' और लगभग 140 अंडे मंगाते थे. उन्होंने कहा कि मांसहारी जानवरों को अब चिकन और अंडे की जगह 'मटन', 'बीफ' और 'पोर्क' खिलाया जा रहा है.

अंतर-राज्यीय सीमा चौकियों पर जांच हुई तेज
380 एकड़ के क्षेत्र में फैले इस चिड़ियाघर में विभिन्न प्रकार के जानवर, उभयचर और पक्षी हैं. एक पशुपालन अधिकारी ने दो दिन पहले कहा कि पड़ोसी राज्यों में संदिग्ध एवियन इन्फ्लूएंजा के कारण मुर्गियों की मौत में वृद्धि के बाद, तेलंगाना ने राज्य में बीमार पक्षियों के परिवहन को रोकने के लिए अंतर-राज्यीय सीमा चौकियों पर जांच तेज कर दी है और जैव-सुरक्षा उपायों को मजबूत किया है. रिपोर्टों से पता चलता है कि हाल के दिनों में आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र में बड़ी संख्या में मुर्गियों को मारा गया है.

क्या है एवियन इन्फ्लूएंजा
क्या है एवियन इन्फ्लूएंजा को बर्ड फ़्लू के नाम से भी जाना जाता है. यह वायरस अक्सर पक्षियों में पाया जाता है और इन्हें संक्रमित करता है. हालाकि, कुछ मामलों में यह इंसानों में भी फैल सकता है. ज्यादातर यह वायरस जंगली और पालतू दोनों तरह के पक्षियों में तेजी से फैल सकता है. हालांकि इंसानों में संक्रमण कम आम है लेकिन यह गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है और कई मामलों में खतराक भी साबित हो सकता है. एच5एन1 के लक्षणों की बात करें तो वो बेहद आम हैं. इसके लक्षणों में बुखार, खांसी, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द और सांस लेने में तकलीफ शामिल हो सकते हैं. (भाषा)

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