US News: ट्रंप को दो मामलों में करोड़ों रुपये का जुर्माना भरने के लिए अदालतों ने आदेश दिए हैं. ट्रंप ने दोनों मामलों को राजनीतिक बताया जिनका मकसद उनकी राष्ट्रपति पद की दौड़ को बाधित करना है.
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US Presidential Election: पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अदालत में दो बड़ी हार से कुल मिलाकर $536.8 मिलियन (44,55,48,02,600.00 INR) का नुकसान हुआ है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक न्यूयॉर्क के एक जज ने सिविल धोखाधड़ी मामले में शुक्रवार को फैसला सुनाया कि ट्रंप और उनके बिजनेस ट्रस्ट को जुर्माने और ब्याज के रूप में 453.5 मिलियन डॉलर का भुगतान करना होगा.
जज ने अपने फैसले में कहा कि ट्रंप की वर्षों पुरानी योजना में ऐसे वित्तीय विवरण पेश किए गए जिससे ऐसा भ्रम पैदा हो कि उनकी संपत्तियां वास्तव में बहुत मंहगी हैं और इस प्रकार खुद को अधिक अमीर दिखाकर ट्रंप बैंकों से बेहतर शर्तों पर कर्ज हासिल करने, ब्याज बचाने और ऐसे प्रोजेक्ट पूरी करने में कामयाब रहे जो उनके बूते के बाहर थीं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुताबिक पिछले महीने मैनहट्टन में एक संघीय जूरी ने ट्रंप को आदेश दिया कि वह मानहानि के एक मामले में लेखिका ई. जीन कैरोल को 83.3 मिलियन डॉलर का भुगतान करें. यह मामला कैरोल के इस आरोप से जुड़ा है कि ट्रंप ने 1990 के दशक के मध्य में उनका यौन उत्पीड़न किया था.
अब सवाल यह है कि ट्रंप का जुर्माने की पूरी रकम चुकाएंगे या फिर उनका इरादा कुछ और है?
क्या ट्रंप आगे अपील करेंगे
ट्रंप ने दोनों मामलों को राजनीतिक बताया जिनका मकसद उनकी राष्ट्रपति पद की दौड़ को बाधित करना था. उन्होंने अपील करने का फैसला किया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक न्यूयॉर्क के एक अनुभवी राजनीतिक सलाहकार, जॉर्ज अर्ज़ट ने कहा, 'डोनाल्ड ट्रंप अंत तक इससे लड़ने जा रहे हैं और अंतिम पल तक इस टालने की कोशिश करेंगे.'
अमेरिका में इस तरह के मामलों में अपील करने पर राशि का कम हो जाना एक आम बात है.
उम्मीद है कि वह पहले सिविल धोखाधड़ी मामले में एक मध्यवर्ती स्तर की अदालत में अपील करेंगे. यदि ट्रंप असंतुष्ट रहते हैं, तो वह मामले को न्यूयॉर्क की शीर्ष अपीलीय अदालत में ले जाने की कोशिश कर सकते हैं, हालांकि कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि इसकी संभावना नहीं है.
क्या ट्रंप भर सकते हैं इतना जुर्माना
ट्रंप का दावा है कि उनकी संपत्ति 10 अरब डॉलर है. वहीं स्वतंत्र अनुमानों के अनुसार, जिसमें न्यूयॉर्क अटॉर्नी जनरल का अनुमान भी शामिल है, यह आंकड़ा 2 बिलियन डॉलर के करीब है.
हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि ट्रंप के पास कानूनी दायित्वों का भुगतान करने के लिए पर्याप्त कैश है या नहीं. 2021 के वित्तीय विवरण से पता चलता है कि ट्रंप के पास 'कैश और कैश के बराबर" $300 मिलियन से कम था. तब से, उन्होंने अपना न्यूयॉर्क गोल्फ कोर्स और वाशिंगटन डीसी होटल सहित कई संपत्तियां बेच दी हैं.
क्या ट्रंप खुद को दिवालिया घोषित करेंगे?
शुक्रवार के फैसले के मुताबिक, अगर ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन खुद को दिवालिया घोषित कर देती है तो भी ट्रंप को यह रकम चुकानी होगी. लेकिन ट्रंप के खुद ऐसा करने से समीकरण बदल जाते हैं. उस हालात में, उनके खिलाफ फैसलों का कार्यान्वयन बंद हो जाएगा. हालांकि एक्सपर्ट मानते हैं कि ट्रंप ऐसा करंगे इसकी संभावना बहुत कम है. ट्रंप अतीत में इस बात का बखान कर चुके हैं कि उन्होंने खुद को कभी दिवालिया घोषित नहीं किया है.
क्या ट्रंप रिपब्लिकन फंड का पैसा इस्तेमाल कर सकते हैं?
कुछ लोग संदेह जता रहे हैं कि ट्रंप अपने कानूनी ऋण का भुगतान करने के लिए चुनावी कैंपन फंड का उपयोग करेंगे. संघीय चुनाव कानूनों के तहत, यह अवैध है.
हालाँकि, वह अभी भी अपने खर्चों के लिए राजनीतिक कार्रवाई समितियों या पीएसी के पैसे का उपयोग कर सकते हैं.
अगर ट्रंप जुर्माना भरने में नाकाम रहे तो क्या होगा?
यदि ट्रंप जुर्माना भरने में नाकाम रहे तो उनकी संपत्ति जब्त होने और वेतन में कटौती हो सकती है. मिशिगन यूनिवर्सिटी के कानून प्रोफेसर विल थॉमस के अनुसार, अदालतों को महान शक्तियां प्राप्त हैं, खासकर जब ट्रंप जैसा कोई व्यक्ति शामिल हो. उन्होंने कहा, 'अदालत कह सकती है कि हम आपके बैंक खाते को फ्रीज कर देंगे. या इससे भी बदतर, वे कह सकते हैं, 'हम ट्रंप टॉवर को जब्त कर रहे हैं और इसे बिक्री के लिए रख रहे हैं.'