पाकिस्तानी उमरा जायरीन को अब खुली छूट नहीं, सऊदी अरब ने लगा दिया बैरियर
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पाकिस्तानी उमरा जायरीन को अब खुली छूट नहीं, सऊदी अरब ने लगा दिया बैरियर

Saudi Arab Instructions for Umrah Pilgrims: सऊदी अरब ने पाकिस्तान समेत कई देशों के उमरा जायरीन के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं. सऊदी अरब प्रशासन देश में पोलियो जैसे गंभीर संक्रमण को रोकने के लिए सभी उमरा जायरीन पर पोलियो टीकाकरण अनिवार्य कर दिया है.  

 

पाकिस्तानी उमरा जायरीन को अब खुली छूट नहीं, सऊदी अरब ने लगा दिया बैरियर

Umrah Pilgrims: जनरल अथॉरिटी ऑफ सिविल एविएशन (जीएसीए) द्वारा जारी एक औपचारिक अधिसूचना के साथ, सऊदी अधिकारियों ने सभी उमरा तीर्थयात्रियों के लिए पोलियो टीकाकरण अनिवार्य कर दिया है। यह आवश्यकता उमरा के लिए सऊदी अरब जाने वाले सभी पाकिस्तानी तीर्थयात्रियों पर लागू होती है।

पोलियो संक्रमण को रोकने के लिए सऊदी अरब के किंग मोहम्मद बिन सलमान (MBS)  ने अहम फैसला लिया है. सऊदी अरब प्रशासन ने उमरा जायरीन के लिए पोलियो टीकाकरण को अनिवार्य कर दिया है. इस संबंध में जनरल अथॉरिटी ऑफ सिविल एविएशन (GACA) ने एक आधिकारिक अधिसूचना जारी की है. यह नियम खास तौर पर पाकिस्तान समेत उन देशों के जायरीन पर लागू किया गया है, जहां पोलियो संक्रमण का खतरा अभी भी बना हुआ है.

पाकिस्तान ने जारी किए सख्त निर्देश
सऊदी अरब में उमरा करने वाले सभी पाकिस्तानी जायरीन को कम से कम चार सप्ताह पहले पोलियो का टीका लगवाना होगा और जायरीन को सर्टिफिकेट अपने साथ ले जाना होगा. इस नए नियम का पालन सुनिश्चित करने के लिए, पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने उमरा ऑपरेटरों, एयरलाइन दफ्तरों और जायरीन को सख्त निर्देश जारी किए हैं.

सऊदी दूतावास का बयान
सऊदी दूतावास की वेबसाइट पर जारी बयान में कहा, 'वे सभी मुसाफिर, जो पोलियो प्रभावित देशों जैसे कि अफगानिस्तान, चाड, नाइजीरिया और पाकिस्तान से आ रहे हैं, उन्हें उमरा सफर से कम से कम छह सप्ताह पहले पोलियो की एक खुराक (OPV) लेना अनिवार्य है. इसके अलावा, सऊदी अरब पहुंचने पर भी सीमा चौकियों पर उन्हें एक और खुराक दी जाएगी.'

टीकाकरण की वैधता
धार्मिक मामलों के मंत्रालय के मुताबिक, यह टीकाकरण छह महीने से अधिक पुराना नहीं होना चाहिए. अगर कोई भी जायरीन इस नियम का पालन नहीं करता है, तो उसे हवाई अड्डे पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है और उमरा के सफर में देरी हो सकती है.

नियमों का उल्लंघन करने पर कानूनी कार्रवाई
सऊदी अफसरों ने साफ कर दिया है कि अगर कोई व्यक्ति या संगठन इस नए नियम का पालन नहीं करता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. सऊदी दूतावास ने कहा कि यह फैसला देश के हेल्थ को सुरक्षित रखने और उमरा करने के लिए  आने वाले जायरीन को इस बीमारी से बचाने के लिए उठाया गया है.

MBS के इस नए निर्देश का मकसद न केवल सऊदी अरब को पोलियो मुक्त बनाना है, बल्कि मुसाफिरों और अपने लोगों को भी इस गंभीर बीमारी से सुरक्षित रखना है. 

उमरा का इस्लाम में क्या है अहमियत?
उमरा इस्लाम मजहब में एक अहम सफर है. मुसलमान इस पाक सफर पर कभी भी जा सकते हैं. हालांकि, हज की तरह यह इस्लाम में ये अनिवार्य नहीं है, लेकिन इसकी बहुत अहमियत है . उमरा के दौरान तवाफ (काबा की परिक्रमा) और सई (सफा और मरवा के बीच दौड़) की जाती है.

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