UP Budget: यूपी में दम है, कमाई बढ़ी-कर्ज घटा, देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना उत्तर प्रदेश
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UP Budget: यूपी में दम है, कमाई बढ़ी-कर्ज घटा, देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना उत्तर प्रदेश

UP Budget: जनसंख्या के आधार पर उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है. वहीं क्षेत्रफल के लिहाज से चौथे नंबर पर है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आय के मामले में यूपी किस पायदान पर है? जानिए

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UP Budget: जनसंख्या के आधार पर यूपी देश का सबसे बड़ा राज्य है और क्षेत्रफल के लिहाज से चौथा स्थान है,  लेकिन उत्पादन, वस्तुओं और सेवाओं के मूल्य का लेखा जोखा रखने वाली संस्था नेट स्टेट डोमेस्टिक प्रोडक्ट (NSDP) के 2024 में जारी रिपोर्ट के मुताबिक प्रति व्यक्ति आय में उत्तर प्रदेश का नाम कई पायदान बाद आता है. प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय तो और भी चौंकाने वाली है. हालांकि, प्रति व्यक्ति आय के मामले में यूपी टॉप 10 में नहीं आता, लेकिन सरकार का दावा है कि यूपी में कमाई बढ़ी है और अब यूपी देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है.

टॉप 10 में कौन से राज्य?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिक्किक जो जनसंख्या के मामले में देश में आखिरी नंबर पर है, लेकिन प्रति व्यक्ति सालाना आय के मामले में नंबर वन है. यहां प्रति व्यक्ति आय 5,88,000 रुपये है. वहीं, दिल्ली जनसंख्या के मामले में देश के सबसे अधिक आबादी वाले महानगरों में पहले नंबर पर है, लेकिन यह प्रति व्यक्ति सालाना आय 5,55,270 रुपए के साथ दूसरे नंबर पर है. 1,81,961 रुपये प्रति व्यक्ति सालाना आय के साथ हरियाणा तीसरे नंबर पर है. 1,76,383 रुपए प्रति व्यक्ति वार्षिक आय के साथ झारखंड चौथे नंबर पर है. तमिलनाडु में प्रति व्यक्ति वार्षिक आय 1,69,006 रु. और यह 5वें नंबर पर है. हिमाचल प्रदेश में 1,52,376 रु., ओडिशा में 1,23,614 रु., आंध्र प्रदेश में 1,23,526 रुपए प्रति व्यक्ति सालाना आय है.   

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आय के मामले में यूपी का स्थान
रिपोर्ट्स के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में प्रति व्यक्ति वार्षिक आय 93,514 रुपये है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, उत्तर प्रदेश का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) 2022-2023 में 22.58 लाख करोड़ रुपये था, जो बढ़कर 2023-2024 में 25.48 लाख करोड़ रुपये (यूएस$310 बिलियन) हो गया. सीएम योगी आदित्यनाथ की मानें तो उत्तर प्रदेश, जीएसडीपी मार्च 2025 तक 32 लाख करोड़ तक पहुंच सकती है. उत्तर प्रदेश से व्यापारिक निर्यात वित्त वर्ष 22 में 21.03 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया था. 

ग्रेनो वाले सबसे ज्यादा संपन्न
यूपी में गौतमबुद्ध नगर के लोग सबसे ज्यादा संपन्न हैं. यहां के लोगों के सुख-सुविधाओं के पैमाने पर लखनऊ प्रदेश में दूसरे नंबर पर है. वहीं, चित्रकूट सबसे पिछड़ा हुआ है. यह तथ्य जिलों के उद्योग, स्वास्थ्य, खेती और भवन निर्माण समेत 18 मानकों के आधार पर सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी के किए गए आकलन में सामने आया है.  

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सबसे बड़ा उपभोक्ता आधार
2024-25 के लिए उत्तर प्रदेश का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) 24,99,076 करोड़ रुपये होने का अनुमान है. दरअसल, उत्तर प्रदेश में लगभग 24 करोड़ जनसंख्या है, जो देश का सबसे बड़ा उपभोक्ता आधार है. प्रदेश की 56% जनसंख्या कार्यशील वर्ग में आती है. वहीं, व्यापारिक सुगमता के क्षेत्र में यूपी देश में दूसरे स्थान पर है. उत्तर प्रदेश सरकार की निवेश-अनुकूल नीतियों ने प्रदेश में निवेश के लिए अनुकूल माहौल तैयार किया है. सीएम का दावा है कि प्रदेश देश में दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर उभरा है. 

यूपी सरकार का लक्ष्य
अब सरकार ने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन डॉलर बनाने का लक्ष्य रखा है. जिसके लिए योगी सरकार ने 10 सेक्टर जैसे- कृषि एवं संवर्गीय सेवाएं, अवस्थापना, उद्योग, IT एवं इलेक्ट्रॉनिक्स, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, शिक्षा, पर्यटन, नगर विकास, वित्तीय सेवाएं, ऊर्जा, पूंजी निवेश को चिन्हित करते हुए सेक्टरवार कार्ययोजना तैयार की है और नियमित समीक्षा भी की जा रही है. अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री ने शायराना अंदाज में कहा कि जिस दिन से चला हूँ मेरी मंजिल पर नजर है. आंखों ने कभी मील का पत्थर नहीं देखा.

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