Gola Gokarnath Dham Corridor update: लखीमपुर खीरी जिले में गोला में भव्य कारिडोर बनने का काम शुरू हो चुका है. 22 फरवरी यानी आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस कॉरिडोर का शिलान्यास करेंगे. आइए जानते हैं यह क्यों खास है.
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Gola Gokarnath Dham Corridor update: लखीमपुर खीरी जिले में छोटी काशी के नाम से प्रख्यात शिवनगरी गोला में भव्य कारिडोर बनने का काम शुरू हो चुका है. 22 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस कॉरिडोर का शिलान्यास करेंगे. 'छोटी काशी' कहे जाने वाले इस शिवधाम को अयोध्या और काशी की तर्ज पर विकसित किया जाएगा.
सीएम योगी ने किया था ऐलान
बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोला में उपचुनाव के दौरान ऐलान किया था कि यहां कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा. जिस पर तेजी से काम चल रहा है. मुख्यमंत्री 22 फरवरी को इस भव्य कॉरिडोर का शिलान्यास करेंगे. कॉरिडोर के निर्माण हो जाने से पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा. साथ ही स्थानीय रोजगार में इजाफा भी होगा.
काशी-अयोध्या जैसा चमकेगा
लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्णनाथ धाम का नजारा का अयोध्या और काशी जैसा नजर आएगा. इस शिवधाम को 'छोटी काशी' से जाना जाता है. यहां करीब 19 हजार चार सौ वर्ग मीटर में भव्य कॉरिडोर का निर्माण कराया जा रहा है. इस कॉरिडोर के निर्माण में 70 करोड़ रुपए का खर्च आएगा. इसको पहले ही मंजूरी दी जा चुकी है. इस पर जोरों से काम चल रहा है.
कॉरिडोर का कितना हुआ काम?
कॉरिडोर के पहले फेज में ध्वस्तीकरण का काम पूरा हो चुका है. दूसरे फेज का काम चल रहा है. इसमें रिटेनिंग वॉल से लेकर मंदिर की सीढ़ियों का निर्माण शामिल है. योजना के मुताबिक कॉरिडोर को चारों तरफ से कवर किया जाएगा. साथ ही कई विकास के काम कराए जाएंगे. कॉरिडोर के मेन गेट के दक्षिण में पार्किंग की सुविधा विकसित की जाएगी.
कॉरिडोर में क्या है खास?
प्रस्तावित कॉरिडोर में मुख्य मंदिर परिसर के साथ ही आसपास के क्षेत्र का भी कायाकल्प होगा. शुद्ध हवा के लिए ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा. यही नहीं यहां लाइट और साउंड से भी भव्यता बढ़ेगी. कॉरिडोर के निर्माण के साथ ही लोगों की कुछ दिक्कतें बढ़ी भी हैं लेकिन विकास से पहले की दिक्कतें महज कुछ दिनों की है. उसके बाद सकरी गलियों से लोगों को निजात मिलेगी. लोग सीधे मंदिर तक कॉरिडोर के माध्यम से पहुंच सकेंगे.
छोटी काशी से मशहूर
छोटी काशी के नाम से जाना जाने वाला शिव मंदिर विश्व प्रसिद्ध शिवधाम है. इस धाम से लाखों लोगों की आस्था जुड़ी है. हजारों लाखों की तादाद में हर साल लोग दर्शन करने आते हैं. मान्यता है कि भगवान भोलेनाथ सभी भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं. हर साल सावन के महीने में शिवभक्त फर्रुखाबाद और हरिद्वार से कांवर लेकर गोला गोकर्णनाथ पहुंचते हैं और शिवजी का जलाभिषेक करते हैं.
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