Mahakumbh 2025: महाकुंभ भगदड़ हादसे में हुई मौतों के बाद सख्ती बढ़ा दी गई है. प्रशासन ने कड़े कदम उठाते हुए बड़े बदलाव लागू किए हैं. अब किसी भी तरह के वाहनों को अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी.
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Mahakumbh 2025: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में भगदड़ की घटना के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने इंतजाम बढ़ा दिए हैं. भीड़ को नियंत्रित करने एवं श्रद्धालुओं की सुरक्षा के प्रयास तेज कर दिए हैं. भगदड़ में मौतों के बाद सख्ती बढ़ा दी गई है. कई बदलाव कुंभ मेला क्षेत्र के लिए किए गए हैं.किसी भी तरह का वीवीआईप पास काम नहीं करेगा. लोगों को कई किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ रहा है. पूरे मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है. भगदड़ में मौतों के बाद आपके मन में भी कुछ सवाल यहां को लेकर जरूर होंगे. आप महाकुंभ जाने का प्लान कर रहे हैं तो जरूर इस लेख से मदद मिलेगी.
पहला सवाल: क्या मिलेगी महाकुंभ मेले में एंट्री मिलेगी?
जवाब: हां, लेकिन पैदल ही जाना होगा. पूरे मेले को नो-व्हीकल जोन कर दिया गया है.
दूसरा सवाल : कार लेकर महाकुंभ जा सकते हैं?
जवाब: नहीं, मेले में सभी तरह के वाहन प्रतिबंधित हैं। आपको शहर के बाहर बनी पार्किंग में कार पार्क करना होगा, क्योंकि अभी बाहरी वाहनों को शहर में एंट्री नहीं दी जा रही है। संगम से सभी पार्किंग 10 से 15 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां से ऑटो या बाइक मिलने के चांस नहीं हैं, इसलिए पैदल ही यह दूरी तय करनी होगी।
तीसरा सवाल: बॉर्डर से पहले कितना जाम मिलेगा?
जवाब: ये वहां के ताजा हालात पर निर्भर करता है. अभी की स्थिति में वाहनों को एंट्री दी जा रही है. शहर के बाहर जगह-जगह पार्किंग बनाई गई हैं और आपको वहीं वाहन खड़े करने होंगे. लेकिन 1 और 2 फरवरी को वाहनों की भीड़ बढ़ सकती है. इसलिए बॉर्डर पर रोक लग सकती है.
चौथा सवाल: ट्रेन से महाकुंभ आने पर कैसे पहुंचें?
जवाब: आप प्रयागराज जंक्शन, संगम प्रयाग, प्रयाग स्टेशन, रामबाग, नैनी,दारागंज, सूबेदारगंज, फाफामऊ और छिवकी स्टेशन हैं. इन स्टेशनों से संगम की दूरी क्रमश: 12, 6, 7, 3, 8, 12, 15, 8 और 16 किलोमीटर है. 2 और 3 फरवरी को बसंत पंचमी के स्नान पर स्टेशन से पैदल ही संगम आना होगा, क्योंकि उस दिन ट्रैफिक डायवर्जन लागू रहेगा.
पाचवां सवाल: एयरपोर्ट से महाकुंभ तक कैसे पहुंचूंगा?
जवाब: एयरपोर्ट से उतरने के बाद आप कार या ऑटो मेला क्षेत्र के बाहर तक आ सकते हैं. आपको संगम तक करीब 4 से 5 किलोमीटर पैदल चलना होगा.
छठा सवाल: प्रयागराज से जाने वाली ट्रेनें रूट वाइज किन स्टेशनों से मिलेंगी?
जवाब:कानपुर, भरवारी, सिराथू, फतेहपुर की ओर जाने वाली ट्रेनें प्रयागराज जंक्शन
लखनऊ, बरेली, अयोध्या कैंट, सुल्तानपुर की ओर जाने वाली ट्रेनें प्रयाग और फाफामऊ स्टेशन.
विंध्याचल, मिर्जापुर और चुनार की ओर जाने वाली ट्रेनें नैनी और प्रयागराज जंक्शन से मिलेंगी.
वाराणसी, ज्ञानपुर, बलिया, भटनी और गोरखपुर जाने के लिए ट्रेनें रामबाग और झूंसी स्टेशन से मिलेंगी.
जबलपुर, मानिकपुर, डभैरा, सतना, झांसी की ओर जाने वाली ट्रेनें प्रयागराज जंक्शन, नैनी और छिवकी स्टेशन से मिलेंगी।
सातवां सवाल: किस रूट पर कहां पार्किंग मिलेगी?
जवाब:जौनपुर की तरफ से आने वाले व्हीकलों के लिए सहसों से गारापुर होते हुए आगे बढ़ने पर दो पार्किंग हैं. वाराणसी की तरफ से आ रहे हैं तो कनिहार रेलवे अंडरब्रिज होते हुए आगे बढ़ने पर शिवपुर उस्तापुर पटेल बाग और कान्हा मोटर्स पार्किंग है. मिर्जापुर की तरफ से आने पर देवरख उपरहार और सरस्वती हाईटेक पार्किंग,कानपुर, लखनऊ और प्रतापगढ़ से आने वाले व्हीकल नवाबगंज, मलाक हरहर सिक्स लेन होते हुए आएंगे. यहां दो पार्किंग बेली कछार और बेला कछार है. कौशांबी की तरफ आने पर दो नेहरू पार्क पार्किंग और एयरफोर्स मैदान पार्किंग है. रीवा रोड की तरफ से आने पर नैनी एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट पार्किंग और नव प्रयागम पार्किंग है।
आठवां सवाल: ट्रेनों की टाइमिंग क्या है?
जवाब: प्रयागराज के 9 रेलवे स्टेशनों से अलग-अलग शहरों के लिए ट्रेनें चल रही हैं. मेला स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं. कई ट्रेनें रद्द की गई हैं. श्रद्धालुओं की संख्या देखते हुए ट्रेनें चलाई जा रही हैं.
नौवां सवाल :घाट से संगम तक नाव चल रही या नहीं?
जवाब: नावें चल रही हैं. संगम तक जाने की अनुमति है, अमृत स्नान बसंत पंचमी के दिन इस पर रोक लगाई जा सकती है.
दसवां सवाल: कल्पवासियों के लिए सामान का क्या इंतजाम हैं?
जवाब: पहले किसी व्हीकल से मेला क्षेत्र के बाहर आना होगा. फिर पैदल ही सामान लेकर आना होगा. इसके लिए अलग से कोई व्यवस्था नहीं है.