Prayagraj Kumbh Mela 2025: प्रयागराज महाकुंभ का आगाज हो चुका है. इस दौरान करोड़ों भक्त संगम में अमृत स्नान करने वाले हैं. कुंभ स्नान के बाद क्या काम करना चाहिए?
Trending Photos
Kumbh Mela 2025 First Shahi Snan: प्रयागराज में महाकुंभ की शुरुआत हो गई है. इस दौरान दुनियाभर से करोड़ों भक्त संगम में स्नान करने वाले हैं. ब्रह्म मुहुर्त से श्रद्धालु त्रिवेणी की पावन जलधारा में आस्था की डुबकी लगाएंगे. सुबह 5.27 बजे ब्रह्म मुहूर्त से श्रद्धालु संगम तट पर स्नान करेंगे. दिनभर संगम तट के अलग-अलग घाटों पर स्नान करेंगे. घाटों पर सुरक्षा के लिहाज से जल पुलिस और एनडीआरएफ की तैनाती की गई है. स्नान घाटों पर गंगा और यमुना के जलधारा में डीप वाटर बैरिकेडिंग भी की गई है. गंगा और यमुना के तट पर कुल 12 किलोमीटर में स्नान घाट बनाए गए हैं. पौष पूर्णिमा स्नान पर्व से ही महाकुंभ में पवित्र कल्पवास की शुरुआत होगी. 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर सभी 13 अखाड़ों के संत स्नान करेंगे.
संगम में डुबकी लगाने के बाद पहला काम
महाकुंभ में डुबकी लगाने के बाद दो बेहद शुभ काम करना चाहिए. महाकुंभ में डुबकी लगाने के बाद आपको किसी न किसी प्राचीन मंदिर के दर्शन करना चाहिए. आप लेटे हुए हनुमान जी, नागवासुकी या फिर किसी भी धार्मिक और प्राचीन मंदिर के दर्शन कर सकते हैं. इन मंदिरों में दर्शन करने के साथ ही वहां का प्रसाद भी ग्रहण करना चाहिए. माना जाता है कुंभ में डुबकी लगाने के बाद मंदिरों का दर्शन करने पर ही आपकी यात्रा पूरी होती है. महाकुंभ की डुबकी और उसके बाद मंदिर का दर्शन करके सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलेगा.
संगम में डुबकी लगाने के बाद दूसरा काम
सनातन धर्म में दान का काफी महत्व है. कुंभ में डुबकी लगाने के बाद आपको दान भी करना चाहिए. अगर आप जरूरतमंदों को अन्नदान कर सकेंगे. यह और भी पुण्य फलदायक है. महाकुंभ स्नान के बाद दान करने से न सिर्फ आपको मानसिक शांति मिलेगी. बल्कि आपके पितृ भी ऐसा करने से खुश होते हैं. धर्म स्थल पर किया गया दान आपको पाप से भी मुक्त करता है और आपके जीवन को सही दिशा मिलती है और दान करने से कुंडली के कई ग्रह दोष भी दूर होते हैं.
यह भी पढ़ें: Prayagraj Kumbh Mela 2025: दिव्य कुंभ...भव्य कुंभ...अद्भुत कुंभ, पौष पूर्णिमा में लग रही आस्था की डुबकी