इस हिसाब से मेला प्राधिकरण की ओर से तैयारियां की गई हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो. भीड़ आदि का अंदाजा लगाकर लोग महाकुंभ में बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चों के साथ आने में उन्हें खोने का डर सता रहा तो परेशान मत होइये.
अगर आप महाकुंभ मेले में अपनों से खो जाते हैं तो आपको ढूंढ लिया जाएगा. बस आपको कुछ काम करना पड़ेगा.
प्रयागराज महाकुंभ आगमन पर अगर कोई अपनों से खो जाता है तो सबसे पहले उसे घबराने की जरूरत नहीं है. उसके बाद डिजिटल रजिस्ट्रेशन कराएं.
इस डिजिटल रजिस्ट्रेशन के तहत हर व्यक्ति को एक यूनिक आईडी कार्ड दी जाएगी. इसमें व्यक्ति की पूरी जानकारी उपलब्ध रहेगी. इतना ही नहीं डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम भी होगा. यानी डिजिटल ट्रैक होता रहेगा. ऐसे में अगर कोई खो जाता है तो उस आईडी से उसकी पहचान की जा सकेगी.
इसके अलावा प्रदेश सरकार की ओर से महाकुंभ मेला प्रवेश करते ही परेड ग्राउंड के पास खोया-पाया केंद्रों की व्यवस्था होती है. आप इन खोया-पाया केंद्रों पर जाकर अपनों की जानकारी दे सकते हैं.
इन केंद्रों से खोए हुए व्यक्ति को जल्दी से उनके परिवार से मिलाया जा सकता है. साथ ही मेला क्षेत्र में ही भूले-भटके का शिविर भी लगाया जाता है. यह सेवा दिन रात 24 घंटे चलती रहती है. यहां से अपनों को तलाश जा सकता है.
इसके अलावा पूरे मेला क्षेत्र में पुलिस कर्मियों की तैनाती रहेगी. इनसे भी संपर्क कर अपनों को तलाश जा सकता है. मेला क्षेत्र में तैनात पुलिसकर्मियों को व्यवहार कुशलता के लिए ट्रेनिंग आदि दी जा रही है.
इतना ही नहीं इन्हें सिखाया जा रहा है कि श्रद्धालुओं से कैसे व्यवहार रखना है. उन्हें हर जानकारी से अवगत कराया गया है. मेला प्राधिकरण की ओर से ऐप और वेबसाइड भी लॉन्च की गई है. यहां से भी संपर्क किया जा सकता है.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.