Shashi Tharoor at Jaipur Literature festival: कांग्रेस नेता शशि थरूर ने प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ, राम मंदिर और इस साल के बजट पर खुलकर बात कही है. तो आइए जानते हैं आखिर बजट के किस हिस्से से खुश हुए शशि और अयोध्या पर क्यों नाराजगी जताई. जानें पूरी खबर.
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Jaipur Literature Festival 2025: कांग्रेस सांसद और लेखक शशि थरूर ने रविवार को जयपुर में चल रहे जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में एक सत्र को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर खुलकर बात की. अपने सत्र के खत्म होने के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में महाकुंभ, बजट, और अयोध्या के मामलों पर बहुत ही साफ शब्दों में अपनी राय बताई और कई मामलों पर असहमति भी जताई. जानें क्या कहा.
महाकुंभ आप जाएंगे?
प्रेस कांफ्रेंस में शशि थरूर से जब पूछा गया कि आप महाकुंभ 2025 में जाएंगे? इस बात पर मुस्कुराते हुए शशि थरूर ने कहा कि यह मेरा एक दोस्त मंत्री है, जो कई बार कह चुका है कि आप आइए हम आपका इंतजाम कराते हैं, लेकिन मेरा वहां जाने का अभी तक मन नहीं हुआ है. लेकिन अगर हमारी टीम से कोई भी जाना चाहेगा तो हम उसकी मदद जरूर करेंगे.
पार्टी तय नहीं करेगी...
उन्होंने धर्म और धार्मिक स्थलों पर जाने को लेकर साफ-साफ शब्दों में अपनी बात कह दी, उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति का धर्म क्या है? यह वही तय करेगा, न कि कोई राजनीतिक पार्टी. धर्म बहुत निजी मामला है और हमें इसका सम्मान करना चाहिए.
अयोध्या पर क्यों हुए नाराज?
मैं राम मंदिर जाऊंगा, लेकिन कब जाऊंगा, यह मैं तय करूंगा, कोई राजनीतिक दल नहीं. मैं बिल्कुल नहीं चाहता कि अयोध्या में राम मंदिर का दर्शन करना किसी तरह से राजनीति का मुद्दा बने. मैं सहज तरीके से जाकर वहां से लौट आना चाहता हूं.
रक्षा बजट पर सरकार की तारीफ
शशि थरूर ने रक्षा बजट पर सवाल पूछे जाने पर सरकार की तारीफ की. जब उनसे सवाल किया गया कि इस बार सरकार ने रक्षा व्यय के लिए 2025-26 में 6,81,210 करोड़ रुपए का आवंटन किया है. पिछले बजट में आवंटित 6.22 लाख करोड़ रुपए के मुकाबले नए वित्त वर्ष में रक्षा बजट में 9.53 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है. जिस पर शशि थरूर बहुत खुश हुए, बोले यही होना चाहिए. जब देश ताकतवर होगा, तो लोग हमें कमजोर नहीं समझेंगे. चीन जैसे कई देशों को इसका संदेश जाएगा. साथ ही उनहोंने सेना में अफसरों की कमी पर भी बात की, उनका कहना था कि इसके लिए भी सरकार और सेना को सोचना चाहिए.
शिक्षा और मनरेगा पर चिंता
शशि थरूर ने मांग की कि शिक्षा पर जीडीपी का कम से कम 6 फीसदी खर्च होना चाहिए, जो फिलहाल 4.8 फीसदी है. उन्होंने मनरेगा के बजट में कटौती पर भी नाराजगी जताई और इसे गलत करार करार दिया.
मिडिल क्लास को राहत, लेकिन गरीब की अनदेखी
इनकम टैक्स छूट पर प्रतिक्रिया देते हुए शशि थरूर ने कहा अगर आप यूपी, बिहार से हैं और आपकी 12 लाख रुपए तक की कमाई है तो आप खुश हो जाइए. इससे आपको फायदा तो मिलेगा, लेकिन गरीब तबके का क्या होगा. गरीब तबके की पूरी तरह अनदेखी की गई है. उन्होंने कहा कि बेरोजगारों और गरीबों के लिए बजट में कोई ठोस प्रावधान नहीं किया गया.