Rajasthan News : राजस्थान के कोटपुतली में 150 फीट गहरे बोरवेल में गिरी की बच्ची, रोने की आ रही आवाजें
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan2571401

Rajasthan News : राजस्थान के कोटपुतली में 150 फीट गहरे बोरवेल में गिरी की बच्ची, रोने की आ रही आवाजें

Rajasthan News : राजस्थान के कोटपुतली में तीन साल की मासूम बच्ची खुले बोरवेल में गिर गई. प्रशासन, पुलिस, जेसीबी मशीन, डॉक्टरों की टीम और एंबुलेंस मौके पर पहुंच गए हैं, और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. बच्ची बोरवेल के बीच में फंसी हुई है, और अंदर से उसके रोने की आवाज आ रही है.

 

Rajasthan News 3 year old girl fell into 150 feet deep borewell in Kotputli Rajasthan crying sounds were heard

Rajasthan News : राजस्थान के जयपुर जिले के कोटपुतली इलाके में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है. कीरतपुरा बड़ीयाली गांव में सोमवार दोपहर तीन साल की मासूम बच्ची चेतना चौधरी खेलते-खेलते एक खुले बोरवेल में गिर गई. हादसे की खबर मिलते ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा, और पूरे गांव में सनसनी फैल गई.

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन सक्रिय हो गया और अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंच गए. रेस्क्यू टीम ने बोरवेल में फंसी बच्ची को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है. बताया जा रहा है कि बोरवेल की गहराई करीब 150 फीट है और बच्ची बीच में फंसी हुई है.

इस घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल है, और बच्ची को सुरक्षित निकालने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. स्थानीय प्रशासन और बचाव दल मौके पर मौजूद हैं और ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए जी-जान से जुटे हुए हैं.

बोरवेल में गिरी तीन साल की मासूम बच्ची को बचाने के लिए प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंच चुकी है. जेसीबी मशीन मंगाई गई है, और स्थानीय अस्पताल को अलर्ट पर रखा गया है. डॉक्टरों की टीम और एंबुलेंस भी मौके पर मौजूद हैं. हादसे की खबर फैलते ही घटनास्थल पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई है.

सुनाई दे रहीं रोने की आवाजें

बताया जा रहा है कि बच्ची बोरवेल के बीच में फंसी हुई है और बोरवेल के अंदर से उसके रोने की आवाज सुनी जा सकती है. गौरतलब है कि इस बोरवेल से दो दिन पहले पाइप निकाले गए थे, लेकिन इसे सुरक्षित तरीके से ढका नहीं गया, जिसके चलते यह हादसा हो गया.

पहले भी हो चुके हादसे

यह घटना दौसा जिले के हालिया हादसे की याद दिलाती है, जहां दिसंबर के दूसरे सप्ताह में कालीखाड़ गांव में मासूम आर्यन खुले बोरवेल में गिर गया था. उस समय करीब 56 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका था. हादसे के बाद खुले बोरवेल को ढकने के लिए गाइडलाइन लागू करने की चर्चा हुई थी, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया. अब एक बार फिर लापरवाही के चलते मासूम बच्ची की जान जोखिम में है. प्रशासन और बचाव दल पूरे प्रयास में जुटे हैं कि बच्ची को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके.

Trending news