एसएमएस अस्पताल में मरीज के गले से डेढ़ किलो का ट्यूमर निकाला गया. मध्यप्रदेश के मरीज को राजस्थान में इलाज मिला है.मरीज को खाने-पीने में काफी समस्या हो रही थी.
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Jaipur: राजस्थान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसएमएस के ईएनटी विभाग में गले, कान व मुंह की हर बीमारी का एडवांस तकनीक व विशेषज्ञ द्वारा सफल उपचार किया जा रहा है चाहे गले के ट्यूमर हो, कान के फटे पर्दे का या फिर टौंसिल का, ईएनटी के विभागाध्यक्ष डॉ. रेखा हर्षवर्धन और उनकी टीम के डॉक्टरों ने सर्जरी कर 50 वर्षीय छवि दास के गले से डेढ़ किलो का ट्यूमर निकाल दिया है.
डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे ऑपरेशन से मरीज को कई तरह की दिक्कत होने का खतरा भी रहता है, लेकिन ये सर्जरी सफल रही और मरीज को कोई परेशानी नहीं हुई. दरअसल, छवि दास मध्यप्रदेश का रहने वाला है उनके गले में पैरोटिड सबमंडिब्यूलर ग्रंथी का ट्यूमर हो गया था, जो बढ़कर डेढ़ किलो का हो गया था. इस ट्यूमर को निकलवाने के लिए छवि दास मध्यप्रदेश के आस पास के अस्पतालों में भी चक्कर काट चुका था लेकिन कहीं सफलता नहीं मिली थी.
एसएमएस के चरक भवन में ईएनटी विभाग के डॉक्टरों ने गले में बनी पैरोटिड सबमंडिब्यूलर ग्रंथी (ट्यूमर) का सफल ऑपरेशन किया. इस गांठ की वजह से उन्हें खाने-पीने व निगलने में बहुत परेशानी हो रही थी. यह गांठ दिन-प्रतिदिन बढ़ रही थी. ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ. रेखा ने उनका एफएनएसी व सोनोग्राफी, एमआरआई टेस्ट करवाया, तो पता चला कि उनके गले के ट्यूमर की स्थिति ऐसी बन चुकी थी कि कैंसर हो सकता था.
ये गांठ करीब डेढ़ किलो की है सफल सर्जरी के बाद अब तीन दिन की डॉक्टरों के निगरानी के बाद दो से तीन दिन के बाद मरीज को अस्पताल से छुट्टी दे दी जायेगी. युवक की जान बचाने में डॉ. रामलखन मीणा, डॉ. शशांक, डॉ. रक्षा, डॉ. शैली, डॉ. सुनीता का सहयोग रहा.
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