Lok Sabha News: राहुल गांधी ने कहा कि अगर भारत की उत्पादन प्रणाली मजबूत होती और हम आधुनिक तकनीकों पर काम कर रहे होते.. तो अमेरिकी राष्ट्रपति खुद प्रधानमंत्री को आमंत्रित करने के लिए आते. न कि हमें विदेश मंत्री को भेजना पड़ता.
Trending Photos
Lok Sabha News: लोकसभा में सोमवार को उस समय भारी हंगामा मच गया जब सदन में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने तंज कसते हुए दावा किया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर को अमेरिका इसलिए भेजा गया ताकि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह का निमंत्रण ला सकें. उनके इस बयान से सत्ता पक्ष भड़क उठा और संसद में जोरदार बहस छिड़ गई.
..तो अमेरिकी राष्ट्रपति खुद पीएम को बुलाते
राहुल गांधी ने कहा कि अगर भारत की उत्पादन प्रणाली मजबूत होती और हम आधुनिक तकनीकों पर काम कर रहे होते.. तो अमेरिकी राष्ट्रपति खुद प्रधानमंत्री को आमंत्रित करने के लिए आते. न कि हमें विदेश मंत्री को भेजना पड़ता. उन्होंने कहा कि हमारी विदेश नीति को इस तकनीकी क्रांति को समझना होगा. अगर भारत इन क्षेत्रों में आगे बढ़ता है तो अमेरिकी राष्ट्रपति खुद आते और हमारे प्रधानमंत्री को आमंत्रित करते.
When we interact with the US, we wouldn't send our Foreign Minister to invite our PM to their events.
If we had a robust production system and were advancing our technology, the US President would come to India and invite our PM instead.
: LoP Shri @RahulGandhi in Lok Sabha pic.twitter.com/N0OxIE3hnm
— Congress (@INCIndia) February 3, 2025
रोजगार पर भी उठाए सवाल
राहुल गांधी ने रोजगार की समस्या पर भी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि न तो वर्तमान NDA सरकार और न ही पिछली UPA सरकार बेरोजगारी की समस्या का समाधान निकाल पाई. उन्होंने कहा कि हम तेजी से बढ़े हैं, अब थोड़ी धीमी गति से बढ़ रहे हैं. लेकिन बेरोजगारी का मुद्दा अब भी गंभीर बना हुआ है. देश के युवाओं को अब तक कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला है कि उनके लिए रोजगार के अवसर कैसे बढ़ेंगे.
‘राष्ट्रपति के अभिभाषण में कुछ नया नहीं था’
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर टिप्पणी करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें यह सुनते समय ध्यान केंद्रित करने में मुश्किल हुई क्योंकि पिछले कुछ वर्षों से वही बातें दोहराई जा रही हैं. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में सरकार की पुरानी उपलब्धियों की एक लिस्ट थी जिसमें कुछ भी नया नहीं था.
राहुल गांधी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया
राहुल गांधी के इस बयान पर केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कड़ा ऐतराज जताया. उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता को इस तरह के बेबुनियाद और गंभीर आरोप नहीं लगाने चाहिए.. क्योंकि यह दो देशों के संबंधों से जुड़ा विषय है. उन्होंने राहुल गांधी से अपने बयान को साबित करने के लिए ठोस सबूत देने को कहा.
#WATCH | Union Parliamentary Affairs Minister Kiren Rijiju objects to Lok Sabha LoP Rahul Gandhi's remarks on PM Modi over the inaugural ceremony of US President Donald Trump
Kiren Rijiju says, "Leader of Opposition cannot make such serious unsubstantial statement. This is… https://t.co/zdbDl1RnRl pic.twitter.com/rcgMKuLQlZ
— ANI (@ANI) February 3, 2025
स्पीकर ने मांगे प्रमाण
लोकसभा अध्यक्ष ने भी राहुल गांधी से उनके आरोपों को साबित करने के लिए कहा. जिसके जवाब में राहुल ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि मुझे खेद है कि मैंने आपके मानसिक शांति को भंग किया... यह टिप्पणी सत्ता पक्ष के नेताओं को और ज्यादा नाराज कर गई.
जयशंकर ने किया पलटवार
राहुल के बयान पर जयशंकर ने भी पलटवार किया. उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने जानबूझकर मेरे दिसंबर 2024 के अमेरिका दौरे को लेकर झूठ बोला है. मैं वहां बाइडेन प्रशासन के विदेश मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से मिलने गया था. इसके अलावा, मैंने हमारे कॉन्सल जनरल्स (राजनयिकों) की एक बैठक की अध्यक्षता भी की. मेरे वहां रहने के दौरान, आने वाले नए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने भी मुझसे मुलाकात की. किसी भी समय प्रधानमंत्री के निमंत्रण को लेकर कोई बात नहीं हुई. यह सबको पता है कि हमारे प्रधानमंत्री ऐसे आयोजनों में शामिल नहीं होते हैं. आमतौर पर, भारत की ओर से विशेष दूत ही इन कार्यक्रमों में भाग लेते हैं. राहुल गांधी का यह झूठ राजनीतिक उद्देश्य से कहा गया हो सकता है, लेकिन इससे देश की विदेश में छवि को नुकसान पहुंचता है.
Leader of Opposition Rahul Gandhi deliberately spoke a falsehood about my visit to the US in December 2024.
I went to meet the Secretary of State and NSA of the Biden Administration. Also to chair a gathering of our Consuls General. During my stay, the incoming NSA-designate met…
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) February 3, 2025
भारत से 10 साल आगे चीन
राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान चीन की आर्थिक स्थिति का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि चीन, भारत से कम से कम 10 साल आगे है खासकर उत्पादन क्षेत्र में. उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का महत्व तब तक नहीं है जब तक पर्याप्त डेटा न हो और आज का अधिकांश उत्पादन डेटा चीन के पास है. राहुल गांधी ने कहा कि दुनिया में जितने भी इलेक्ट्रॉनिक्स बनाए जाते हैं. उनके उत्पादन से जुड़ा डेटा चीन के पास है. जबकि उपभोक्ता डेटा अमेरिका के पास. चीन पिछले 10 वर्षों से बैटरी, रोबोट, मोटर और ऑप्टिक्स पर काम कर रहा है. लेकिन भारत इस मामले में काफी पीछे है.