तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि निफ्ट पटना को जिस तरह की जरूरत होगी वो मदद राज्य सरकार की तरफ से मिलेगी. तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि समय आ गया है कि वो खादी का प्रचार-प्रसार हो.
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Patna: नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नॉलिजी यानि निफ्ट पटना के स्नातक छात्रों के लिए एक समारोह रखा गया, जिसे ग्रेजुएशन सेरोमनी कहते हैं. आज अलग-अलग ब्रांच के छात्र और छात्राओं ने अपने डिजाइन की भी प्रदर्शनी रखी. कुछ छात्रों का डिजाइन इतना बेहतर है कि आप इन्हें भविष्य के फैशन डिजाइनर भी कह सकते हैं. ग्रेजुएशन सेरोमनी में बिहार के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद भी शामिल हुए. उन्होंने संस्थान को वित्त मंत्री होने के भी नाते हर संभव मदद का भरोसा दिया है.
आपने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नॉलिजी यानि निफ्ट का नाम जरूर सुना होगा. आप ये भी जानते होंगे कि पूरे देश में निफ्ट की जितनी भी शाखाएं हैं उसमें पटना ब्रांच का चौथा स्थान है यानि वो लोग जो फैशन टेक्नॉलिजी में अपना करियर बनाना चाहते हैं, उनके लिए निफ्ट पटना (NIFT Patna) एक शानदार विकल्प है. आज निफ्ट पटना के वैसे छात्र जिनका स्नातक पूरा होने जा रहा है उनके लिए ग्रेजुएशन सेरोमनी रखा गया. लेकिन इन सबसे बढ़कर जिस तरह के डिजाइन छात्र और छात्राओं ने प्रदर्शनी में लगाए उससे ऐसा लगा कि आप भविष्य के बेहतरीन फैशन डिजाइनर से मिल रहे हैं. क्योंकि निफ्ट पटना का पूरे भारत में रैंकिंग में चौथा स्थान है लिहाज भारत भर के बेहतरीन छात्रों का दाखिला यहां होता है.
प्रदर्शनी में सबसे ज्यादा जोर खादी और आर्गेनिक कॉस्टयूम प्रोडक्टस पर रखा गया है. कुछ छात्रों ने खादी के जैकेज बनाए हैं. लुधियाना से संबंध रखने वाली निफ्ट पटना की छात्रा शुभांगी ने भी पॉलिस्टर बेस कॉस्टूयम बनाया है. शुभांगी का दावा है कि उसकी ये ड्रेस देश के नामी सिंगर पहनकर परफॉर्म करेंगे. निफ्ट छात्र और छात्राओं के बेहतरीन प्रोडक्ट्स लोगों को लुभाने में कामयाब रहे. संस्थान के अधघिकारी भी मानते हैं कि आने वाले समय खादी से बने उत्पादों का भी है.
गेजुएशन सेरेमनी में मुख्य अतिथि के तौर पर राज्य के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद शामिल हुए. उन्होंने अपने भाषण में खादी पर जोर दिया और साथ में हर तरह की मदद का भरोसा भी दिया. तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि निफ्ट पटना को जिस तरह की जरूरत होगी वो मदद राज्य सरकार की तरफ से मिलेगी. तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि समय आ गया है कि वो खादी का प्रचार-प्रसार हो.
पटना में निफ्ट की शाखा साल दो हजार आठ में खुली थी तब ये उद्योग भवन से ही चलता था. साल दो हजार चौदह में निफ्ट को नया कैंपस मीठापुर में मिल गया. इन चौदह सालों में पटना निफ्ट रैंकिंग के मामले में चौथे स्थान पर है. जाहिर सी बात है कि ये यहां के छात्रों की मेहतन और पहचान से ही संभव हो सका.