IAS Srushti Deshmukh के पति ने नौकरी के साथ ही ऐसे की यूपीएससी की तैयारी और बन गए आईएएस अधिकारी
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IAS Srushti Deshmukh के पति ने नौकरी के साथ ही ऐसे की यूपीएससी की तैयारी और बन गए आईएएस अधिकारी

Union Public Service Commission: जब आप नौकरी पर होते हैं तो सबकुछ मैनेज नहीं कर सकते इसलिए सबकुछ पढ़ने के चक्कर में न पड़कर स्मार्ट स्टडी करें.

IAS Srushti Deshmukh के पति ने नौकरी के साथ ही ऐसे की यूपीएससी की तैयारी और बन गए आईएएस अधिकारी

IAS Nagarjun B Gowda: जब इरादा पक्का हो तो कितनी भी बड़ी परेशानी क्यों न आ जाए वह आपका रास्ता नहीं रोक सकती. आज हम एक ऐसे ही आईएएस अधिकारी की बात कर रहे हैं. जिन्होंने हर तरह की मुश्किल को पार कर अपना लक्ष्य हासिल किया. बात कर रहे हैं साल 2019 बैच के आईएएस नागार्जुन बी गौड़ा की. उनके पास हमेशा पैसे और बाकी संसाधनों की कमी रही पर उन्होंने कभी इन चीजों को अपनी सफलता के आड़े नहीं आने दिया. जो प्राप्त है वही पर्याप्त है कि तर्ज पर हमेशा लगे रहे और एक के बाद एक सफलता हासिल करते गए. यूपीएससी सीएसई परीक्षा पास करने से पहले वे डॉक्टरी भी कर चुके हैं. आज जानते हैं नागार्जुन से उनकी तैयारी की स्ट्रेटजी जिसके बारे में उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया.

नागार्जुन का मानना है कि कोचिंग लेना या न लेना आपका अपना निर्णय है. अगर आप बिना कोचिंग के खुद से विषय समझ लेते हैं तो बढ़िया है, जैसा कि उन्होंने किया था. लेकिन आपको चीजें समझ नहीं आती और आपको किसी की मदद लेनी है तो उसमें भी कोई बुराई नहीं है. ऐसे में आप कोचिंग ज्वॉइन करें. हालांकि आखिर में काम सेल्फ स्टडी ही आती है और इस पर सबसे ज्यादा फोकस करना पड़ता है. टाइम निकालने की जहां तक बात है तो ऑफिस के बीच में भी जब नागार्जुन को समय मिलता था तो वे पढ़ते थे. जैसे ब्रेक्स में न्यूज पेपर पढ़ लेना और कम्यूट में लगने वाले समय में कुछ रिवाइज कर लेना. 

यह तय करें कि क्या छोड़ना है
जब आप नौकरी पर होते हैं तो सबकुछ मैनेज नहीं कर सकते इसलिए सबकुछ पढ़ने के चक्कर में न पड़कर स्मार्ट स्टडी करें. पिछले साल के पेपर देखें, सिलेबस देखें और तय करें कि कौन सा एरिया आपके लिए जरूरी है और किस किताब में क्या छोड़ना है. यह छोड़ना भी ऐसा होना चाहिए कि आप कैलकुलेटेड रिस्क लें उससे ज्यादा नहीं. यह अभ्यास से ही पता चलेगा.

शेड्यूल बनाकर करें पढ़ाई
नागार्जुन ने कभी नौकरी या संसाधनों की कमी को आड़े नहीं आने दिया और जैसे-जैसे समय निकालकर परीक्षा की तैयारी की. वे कहते हैं कि कम से कम 6 से 8 घंटे का समय आपको तैयारी के लिए देना ही है. आप काम पर जाने के पहले कितना पढ़ते हैं और कितना आने के बाद यह आप पर है लेकिन आपको पढ़ाई का शेड्यूल बनाकर चलना चाहिए.

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