मिडिल ईस्ट में होने वाला है विनाशकारी युद्ध? दो दिग्गज मुस्लिम देशों के प्रमुख की मुलाकात
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मिडिल ईस्ट में होने वाला है विनाशकारी युद्ध? दो दिग्गज मुस्लिम देशों के प्रमुख की मुलाकात

Pakistan Turkey Relation: इजरायल पर चौतरफा हमले की आशंका इसलिए जताई जा रही है क्योंकि ट्रंप की गाजा योजना के बाद मध्य पूर्व के कई देशों ने इजरायल और अमेरिका के साथ सीधी जंग लड़ने का ऐलान कर दिया है. इस बीच मिडिल ईस्ट के दो शक्तिशाली देशों के प्रमुखों की मुलाकात के बाद यह साफ हो गया है कि मध्य पूर्व में बहुत बड़ा विनाशकारी युद्ध होने वाला है.

मिडिल ईस्ट में होने वाला है विनाशकारी युद्ध? दो दिग्गज मुस्लिम देशों के प्रमुख की मुलाकात

Pakistan Turkey Relation: ट्रंप की गाजा योजना के बाद मध्य पूर्व में खलबली मच गई है. अमेरिका के मित्र सऊदी अरब और इजरायल के करीबी मिस्र और जॉर्डन इजरायल के खिलाफ सीधी जंग छेड़ने की योजना बना रहे हैं. इसलिए इन सभी मध्य पूर्व देशों में लामबंदी शुरू हो चुकी है. इस बीच मिडिल ईस्ट के दो शक्तिशाली देशों के प्रमुखों की मुलाकात के बाद यह साफ हो गया है कि मध्य पूर्व में बहुत बड़ा विनाशकारी युद्ध होने वाला है.

दरअसल, तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने आज यानी 13 फरवरी को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से इस्लामाबाद में उनके कार्यालय में मुलाकात की और गाजा के हालात समेत कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की. अधिकारियों ने बताया कि वे दोनों देशों के बीच व्यापार और आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे.

तुर्की के राष्ट्रपति का भव्य स्वागत
एर्दोआन कड़ी सुरक्षा के बीच अपने होटल से निकले और तुर्किये एवं पाकिस्तान के पारंपरिक परिधान पहने लोगों ने उनका स्वागत किया. लोग उनके स्वागत के लिए शहर की एक प्रमुख सड़क पर खड़े थे जिसे तुर्किये और पाकिस्तान के झंडों से सजाया गया था. राष्ट्रपति के काफिले के सड़क पर आगे बढ़ने के बीच लोग ढोल की थाप पर नाचते दिखे. शरीफ ने एर्दोआन और उनकी पत्नी एमीन एर्दोआन का अपने कार्यालय में स्वागत किया. समारोह से पहले एक बैंड ने दोनों देशों के राष्ट्रगान बजाए जिसके बाद नेताओं ने सलामी गारद का निरीक्षण किया.

टेंशन में इजरायल अमेरिका
दोनों नेताओं की इस मुलाकात के बाद अमेरिका और इजरायल टेंशन में है. इजरायल को डर है कि कहीं तुर्की और पाकिस्तान मिलकर इजरायल पर हमला न कर दें. इतना ही नहीं अगर अमेरिका गाजा पर कब्जा कर लेता है तो इजरायल पर चार मोर्चों से हमला हो सकता है. पहला मोर्चा सऊदी अरब, इराक और सीरिया के साथ जॉर्डन का हमला हो सकता है. दूसरा मोर्चा मिस्र और कई दूसरे देशों के साथ इजरायल के खिलाफ खोला जा सकता है. वहीं तुर्की और पाकिस्तान मिलकर अमेरिका और इजरायल के फाइटर जेट को नष्ट कर सकते हैं. जबकि ईरान अपने प्रॉक्सी सेना से मिलकर इजरायल पर सीधा हमला कर सकता है.

इजरायल पर चौतरफा हमले की क्यों है आशंका 
दरअसल, इजरायल पर चौतरफा हमले की आशंका इसलिए जताई जा रही है क्योंकि ट्रंप की गाजा योजना के बाद मध्य पूर्व के कई देशों ने इजरायल और अमेरिका के साथ सीधी जंग लड़ने का ऐलान कर दिया है. यहां तक ​​कि गाजा युद्ध के दौरान इजरायल का साथ देने वाले देश मिस्र और जॉर्डन ने भी इजरायल और अमेरिका को युद्ध की धमकी दी है. वहीं, सऊदी अरब के किंग एमबीएस ने साफ कर दिया है कि जरूरत पड़ने पर किसी से भी युद्ध किया जा सकता है. इस बयान से साफ हो गया है कि अब मुस्लिम देश गाजा को लेकर किसी भी तरह से समझौता करने को तैयार नहीं हैं.

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