प्रोटीन शेक के दीवाने हो जाएं सावधान! इस नई रिपोर्ट ने बताया कैंसर का छिपा खतरा
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प्रोटीन शेक के दीवाने हो जाएं सावधान! इस नई रिपोर्ट ने बताया कैंसर का छिपा खतरा

आज के समय में फिटनेस के दीवाने युवाओं के बीच प्रोटीन शेक का क्रेज बढ़ता जा रहा है. जिम जाने वाले लोग मसल्स को मजबूत बनाने और बॉडी को फिट रखने के लिए इसका खूब सेवन कर रहे हैं.

प्रोटीन शेक के दीवाने हो जाएं सावधान! इस नई रिपोर्ट ने बताया कैंसर का छिपा खतरा

आज के समय में फिटनेस के दीवाने युवाओं के बीच प्रोटीन शेक का क्रेज बढ़ता जा रहा है. जिम जाने वाले लोग मसल्स को मजबूत बनाने और बॉडी को फिट रखने के लिए इसका खूब सेवन कर रहे हैं. लेकिन हाल ही में आई एक रिपोर्ट ने प्रोटीन पाउडर और शेक से जुड़े खतरनाक तथ्यों का खुलासा किया है. इस रिपोर्ट के अनुसार, कई प्रोटीन पाउडर में खतरनाक टॉक्सिन्स और भारी धातुएं (हेवी मेटल्स) पाई गई हैं, जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती हैं.

रिपोर्ट में बताया गया है कि कई प्रोटीन पाउडर में कीटनाशकों (पेस्टिसाइड्स), भारी धातुओं और अन्य हानिकारक कैमिकल्स का लेवल खतरनाक रूप से ज्यादा है. इनमें लीड, आर्सेनिक, कैडमियम और बीपीए जैसे केमिकल्स शामिल हैं, जो शरीर में लंबे समय तक बने रहते हैं और धीरे-धीरे गंभीर बीमारियों को जन्म देते हैं.

कैसे होता है नुकसान?
विशेषज्ञों का कहना है कि भारी धातुएं शरीर में जमा होकर कई अंगों को प्रभावित करती हैं. यह किडनी, लिवर और दिल को नुकसान पहुंचा सकती हैं. साथ ही, इनमें मौजूद टॉक्सिन्स कैंसर जैसी घातक बीमारियों का खतरा बढ़ा सकते हैं.

प्रोटीन पाउडर के प्रमुख प्रभाव
कैंसर का खतरा: लंबे समय तक इन जहरीले तत्वों का सेवन करने से कैंसर का खतरा बढ़ता है.
किडनी और लिवर डैमेज: प्रोटीन पाउडर में मौजूद टॉक्सिन्स किडनी और लिवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
हॉर्मोनल असंतुलन: बीपीए जैसे केमिकल्स हॉर्मोनल असंतुलन पैदा कर सकते हैं.
पाचन तंत्र पर असर: इनमें मौजूद टॉक्सिन्स पाचन तंत्र को कमजोर बना सकते हैं.

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
डायटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट का कहना है कि फिटनेस बनाए रखने के लिए नेचुरल प्रोटीन सोर्स को प्रायोरिटी देनी चाहिए. अंडे, दूध, दाल, सोया, पनीर और हरी सब्जियां बेहतर और सुरक्षित विकल्प हो सकते हैं.

कैसे करें सही प्रोटीन पाउडर का चयन?
* क्वालिटी प्रमाणित ब्रांड ही खरीदें.
* प्रोटीन पाउडर खरीदने से पहले लेबल और सामग्री की जानकारी जांचें.
* नेचुरल और ऑर्गेनिक प्रोटीन पाउडर को प्रायोरिटी दें.
* अधिक मात्रा में सेवन से बचें.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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