लगातार बढ़ती शुगर की समस्या ने यह एक आम सी बीमारी बना दी है. शुगर के मरीज को खाने पीने को लेकर काफी सचेत किया जाता है. इसी के साथ यदि खाने पीने में थोड़ी सी भी लापरवाही हुई तो ब्लड़ शुगर लेवल तुरंत बढ़ जाता है और काबू में आना मुश्किल हो जाता है. इसी के साथ शुगर के मरीज को लगातार कुछ ना कुछ एक्टिविटी करते रहना चाहिए. एक्सरसाइज करने से कैलोरी बर्न होती हैं जिससे शुगर लेवल कंट्रोल करने में मदद मिलती है.
आसान भाषा में समझे तो हम जो भी खाना खाते हैं उससे हमारा शरीर ग्लूकोज बनाता है ग्लूकोज ब्लड में मिलकर शरीर को एनर्जी देता है. जब शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है या खर्च नहीं हो पाती तो इंसुलिन ग्लूकोज को ग्लाइकोजन में बदलकर लिवर में स्टोर कर लेता है. इसी के साथ जब शरीर को ग्लूकोज की आवश्यकता होती है तो ग्लूकागोन नामक हार्मोंस ग्लाइकोजन को ग्लूकोज में बदलते हैं और फिर ग्लूकोज शरीर को एनर्जी देता है.
जब शरीर में अग्नाश्य से निकलने वाले इंसुलिन की कमी हो जाती है तो एक्सट्रा ग्लूकोज ग्लाइकोजन में कंवर्ट नहीं हो पाता और शरीर ग्लूकोज को डायरेक्ट स्टोर नहीं करता है. इसी कारण ब्लड में शुगर की मात्रा ज्यादा होने को ही मधुमेह या डायबिटीज कहते हैं. शरीर में ज्यादा मात्रा में ग्लूकोज होने से ग्लूकोज यूरीन के साथ शरीर से बाहर निकलता है इसीलिए यूरिन टेस्ट से डायबिटीज का पता लगाया जाता है.
डायबिटीज के मरीज को ज्यादा ग्लूकोज वाली चीज नहीं खानी चाहिए] जैसे- आलू, चीनी, शकरकंद आदि. ऐसे में आप अंकुरित अनाज या अलसी के बीज के साथ मखाना जैसे- कम-जीआई, फाइबर युक्त स्नैक्स चुन सकते हैं. डायबिटीज के मरीज को चीनी खाने की सख्त मनाही होती है क्योंकि चीनी में सबसे ज्यादा कैलोरी होती है और यह तेजी से ग्लूकोज की मात्रा बढ़ाती है. शाम के नाश्ते के लिए अखरोट और बादाम जैसे बिना नमक वाले मेवे चुनें, क्योंकि वे रक्त शर्करा को भी नियंत्रण में रखते हैं.
Disclaimer प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी इससे जुड़ा पढ़ें तो उससे पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
ट्रेन्डिंग फोटोज़