Overweight Problems In India: भारत में मोटापा एक गंभीर समस्या है, जो कई बीमारियों की वजह बन जाता है, लेकिन क्या इसका कोई कनेक्शन अंग्रेजों के शासनकाल से भी है? आइए एक रिसर्च पर नजर डालते हैं जिनके नतीजे दिलचस्प हैं.
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Obesity In India Due To British Raj: भारत में काफी तादात में लोग मोटापे के शिकार हो रहे हैं जिसकी वजह से डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज का खतरा पैदा हो जाता है. हालांकि भारी संख्या में लोग वजन कम करने की कोशिश करते हैं. इसके लिए जिम और डाइट कंट्रोल का भी सहारा लिया जाता है. वैसे तो मोटापे के कारणों में अनहेल्दी फूड्स और गड़बड़ लाफस्टाइल को प्रमुख माना जाता है, लेकिन अब एक और वजह सामने आ रही है जो हैरान करने वाली है.
'मोटापे की जड़ है 200 साल की गुलामी'
एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि भारत में मोटापे लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार तकरीबन 200 साल का ब्रिटिशराज है. गौरतलब है कि अंग्रेजों से साल 1757 से लेकर 1947 तक भारत को गुलाम बनाए रखा. इस दौरान हिंदुस्तान में कई बार सूखा और बाढ़ आए. इतिहासकारों के मुताबिक ब्रिटिश हुकमरानों की गलत नीतियों की वजह से भारत-पाकिस्तान और बांग्लादेश को मिलकार 25 बड़े आकाल पड़े, जिनमें 6 करोड़ से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवाई. ताज्जुब की बात ये है कि अंग्रेजों के आने के 2000 साल पहले तक भारतीय उपमहाद्वीप जिसमें पाकिस्तान बांग्लादेश, श्रीलंका और म्यांमार भी शामिल थे इनमें कुल मिलाकर महज 17 बार ही आकाल पड़े.
एपिजेनेटिक्स से आए चौंकाने वाले फैक्ट्स
एपिजेनेटिक्स वो स्टडी है जिसमें हमारे बिहेवियर और पर्यावरण का हमारे डीएनए पर पड़ने वाले असर का पता चलता है. एपिजेनेटिक्स के साइंटिस्ट्स के मुताबिक 200 साल तक लगातार पड़ने वाले आकाल के कारण दक्षिण एशिया के लोगों के डीएनए में काफी चेंजेज आ गए. इसके कारण कई पीढ़ियों के दौरान भारतीयों का शरीर भूख के अनुकूल हो गया. इसके कारण मोटापा, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ गया.
मोटापे और डायबिटीज का खतरा बढ़ा
अमेरेका के मर्सी हेल्थ-स्प्रिंगफील्ज रीजनल मेडिकल सेंटर के एमडी डॉ. मुबीन सैय्यद ने अपनी स्टडी "The Susceptibility of South Asians to Cardiometabolic Disease as a Result of Starvation Adaptation Exacerbated During the Colonial Famines" में बताया कि आकाल में जिंदा बचने वाले लोगों की आने वाले पीढ़ने में डायबिटीज और हाइपरग्लेसेमिया रिस्क दोगुना बढ़ जाता है.
इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ी
डॉ. मुबीन सैय्यद के मुताबिक एशियन लोगों की बॉडी इंसुलिन रेसिस्टेंट गई है. इसके कारण मसल्स, फैट और लिवर सेल्स खून से ग्लूकोज का एब्जॉर्ब्शन नहीं कर पाते और एनर्जी के लिए इनका इस्तेमाल नहीं हो पाता. इस मेडिकल कंडीशन डायबिटीज और मोटापे की बड़ी वजह बनता है.