छावा से छाया बनारस का छोरा, 20 साल के संघर्ष को मिली पहचान, संभाजी महाराज के दाहिने हाथ ने जीता दिल
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छावा से छाया बनारस का छोरा, 20 साल के संघर्ष को मिली पहचान, संभाजी महाराज के दाहिने हाथ ने जीता दिल

Who Vineet Kumar Singh: फिल्म छावा में विक्की कौशल के बाद एक और नाम जो चर्चाओं में बना हुआ है, वह है अभिनेता विनीत कुमार सिंह. लेकिन उन्हें यह पहचान बनाने में 20 साल से अधिक का समय लगा. आइए, आज मैं आपको बताता हूं कि वाराणसी के डॉ. विनीत कुमार सिंह कैसे बने बॉलीवुड के अभिनेता... 

Varanasi News, Vineet Kumar Singh

Who Is Actor Vineet Kumar Singh: छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित फिल्म 'छावा' सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है और दर्शकों से इसे शानदार प्रतिक्रिया मिल रही है. फिल्म में सबसे ज्यादा चर्चा विक्की कौशल के दमदार अभिनय की हो रही है, लेकिन एक और किरदार जिसने सभी का ध्यान खींचा, वह है विनीत कुमार सिंह द्वारा निभाया गया कवि कलश का पात्र.  

कौन थे कवि कलश और क्यों थे संभाजी महाराज के खास?
कवि कलश मराठा इतिहास का एक महत्वपूर्ण नाम हैं. वे छत्रपति संभाजी महाराज के बेहद करीबी और राजकवि थे. उनकी कविताएं और लेखनी युद्ध के कठिन समय में भी सैनिकों और महाराज को प्रेरित करने का कार्य करती थीं. फिल्म में विनीत कुमार सिंह ने इस किरदार को जिस भावनात्मक गहराई से निभाया है, उसने दर्शकों के दिलों को छू लिया.

डॉक्टर से अभिनेता बनने तक का सफर
विनीत कुमार सिंह का जन्म 24 अगस्त 1981 को वाराणसी में हुआ था. उनके पिता एक गणितज्ञ हैं, जबकि विनीत खुद आयुर्वेद के डॉक्टर (MD) हैं. बचपन से ही खेलों में रुचि रखने वाले विनीत राष्ट्रीय स्तर के बास्केटबॉल खिलाड़ी भी रह चुके हैं. हालांकि, उनकी असली दिलचस्पी अभिनय में थी. वे नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) में दाखिला लेना चाहते थे, लेकिन पारिवारिक कारणों से ऐसा नहीं कर सके.

फिल्मी करियर
विनीत ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 2002 में फिल्म 'पिता' से की, लेकिन उन्हें प्रमुख पहचान नहीं मिली. इसके बाद, उन्होंने महेश मांजरेकर की फिल्मों 'विरुद्ध' और 'देह' में सहायक निर्देशक के रूप में काम किया. उनकी मुलाकात निर्देशक अनुराग कश्यप से हुई, जिन्होंने उन्हें 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' (2012) में दानिश खान की भूमिका दी, जिससे उन्हें व्यापक पहचान मिली. 

2018 में, विनीत ने फिल्म 'मुक्काबाज़' में मुख्य भूमिका निभाई, जिसकी कहानी उन्होंने अपनी बहन मुक्ति सिंह श्रीनेत के साथ मिलकर लिखी थी.  इस फिल्म में उनके प्रदर्शन को आलोचकों और दर्शकों ने खूब सराहा.  

'छावा' से मिली नई ऊंचाई
'छावा' में कवि कलश के किरदार ने विनीत कुमार सिंह को एक अलग पहचान दी है. उनके दमदार अभिनय की हर ओर सराहना हो रही है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे वे किन प्रोजेक्ट्स में नजर आते हैं. 

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