लखनऊ में नामी गुप्त रोग विशेषज्ञों के क्लीनिक पर छापे, स्टेरॉयड के नाम पर जवानी से खिलवाड़! जांच में चौंकाने वाले खुलासे
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लखनऊ में नामी गुप्त रोग विशेषज्ञों के क्लीनिक पर छापे, स्टेरॉयड के नाम पर जवानी से खिलवाड़! जांच में चौंकाने वाले खुलासे

Lucknow News: ड्रग्‍स विभाग की टीम ने लखनऊ में पांच नामी सेक्‍सोलॉजिस्‍ट क्‍लीनिक पर छापेमारी की है. इस दौरान लोगों को स्‍टेरॉयड युक्‍त दवाएं बेचने का खुलासा हुआ है. 

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Lucknow News: आपने भी रेलवे स्टेशनों, सड़क किनारे और शहर की तमाम जगहों पर डॉ. जैन और अन्य नामों से गुप्त रोग विशेषज्ञों के डॉक्टरों की होर्डिंग्स, वॉल पेटिंग्स, पोस्टर लगे देखे होंगे. भागदौड़ भरी जिंदगी में यौन संबंधी समस्याएं आम होती भी जा रही हैं, लेकिन यूपी की राजधानी लखनऊ में जवानी का जोश बरकरार रखने और गुप्त रोगों को ठीक करने के नाम पर खिलवाड़ का बड़ा खुलासा हुआ है. स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने राजधानी में नामी गिरामी गुप्त रोग विशेषज्ञों के क्लीनिक पर रेड मारी. वहां ऐसी दवाएं मिलने का दावा किया है कि जिनमे स्टेरॉयड था, जो नपुंसकता या अन्य प्रकार की शारीरिक कमजोरियों को दूर करने की जगह यौन रोगों को बढ़ाने वाला साबित हो सकता है. चारबाग, हजरतगंज, वर्लिंगटन चौराहा जैसी जगहों पर ऐसे क्लीनिक धड़ल्‍ले से चल रहे हैं. 

सेक्‍सोलॉजिस्‍ट क्‍नीनिक पर छापेमारी 
दरअसल, लखनऊ में लंबे समय से यौन समस्‍याओं के इलाज के नाम पर ठगी की शिकायतें मिल रही थीं. इस पर 18 फरवरी को ड्रग्‍स विभाग की टीम ने लखनऊ के वर्लिंगटन चौराहा स्थित पांच सेक्‍सोलॉजिस्‍ट क्‍लीनिक पर छापेमारी की थी. इनमें डॉ. एसके जैन, डॉ. एके जैन, डॉ. पीके जैन, राणा डिस्‍पेंसरी और डॉ. ताज क्‍लीनिक शामिल हैं. ड्रग्‍स विभाग की टीम ने छापेमारी में पाया कि इन क्‍लीनिकों में मिलावटी दवाएं बेची जा रही हैं. स्‍टेरॉयड युक्‍त दवाएं लोगों को दी जा रही थीं.   

10 संदिग्‍ध दवाएं मिलीं 
ड्रग्‍स विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, इन क्‍लीनिकों से 10 संदिग्‍ध दवाओं के सैंपल जांच के लिए मेरठ लैब भेजे गए थे. जांच में इन दवाओं में स्‍टेरॉयड पाया गया. मिलावटी इन दवाओं को बिना किसी वैज्ञान‍िक प्रमाण के ही लोगों को बेची जा रही थीं. इन दवाओं के नाम पर लोगों से ठगी भी की जा रही थी. लोगों को यौन शक्ति बढ़ाने को लेकर गुमराह किया जा रहा था. इन सेक्‍सोलॉजिस्‍ट के निशाने पर युवा होते थे. 

टीम के साथ धक्‍कामुक्‍की का आरोप 
आरोप है कि जब ड्रग्‍स विभाग की टीम इन क्‍लीनिकों पर छापेमारी करने पहुंची तो पहले अंदर घुसने दिया गया. आरोप है कि जब टीम अंदर घुसी तो कर्मचारियों ने धक्‍कामुक्‍की भी की. वहीं, छापेमारी के बाद इलाज कराने आए लोगों में भी हड़कंप मच गया. 

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