UP Politics: अखिलेश यादव ने महाकुंभ में व्यवस्थाओं को लेकर बीजेपी पर जमकर हमला बोला. सम्राट हर्षवर्धन का उदाहरण देकर सपा प्रमुख ने महाकुंभ का समय बढ़ाने की मांग भी की. साथ ही अकबर का किला यूपी सरकार को देन े
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अन्नू भदौरिया/इटावा: इटावा में निजी कार्यक्रम में पहुंचे सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने महाकुंभ में व्यवस्थाओं को लेकर बीजेपी पर जमकर भड़ास निकाली. अखिलेश ने कहा, महाकुंभ में व्यवस्था खराब है, सरकार 100 करोड़ श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था की बात कर रहे थे वह कोई व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं. सम्राट हर्षवर्धन का उदाहरण देकर सपा प्रमुख ने महाकुंभ का समय बढ़ाने की मांग भी की.
75 दिन चलता था कुंभ - अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा, "महाकुंभ पहली बार आया है. कुंभ तो हमारे इतिहास के पन्नों में लिखा है. कुंभ का आयोजन कन्नौज के राजा हर्षवर्धन करते थे, यह 75 दिन तक चलता था. सम्राट हर्षवर्धन जब कुंभ जाते थे तो सभी धर्मों के लोगों को बुलाते थे. लोग इसमें शामिल होते थे. यहां दान और स्नान होता था. इस सरकार ने क्या दान दिया पता ही नहीं है. हम मांग करेंगे कि भारत सरकार को अकबर का किला यूपी सरकार को दान में दे देना चाहिए. जिससे जरूरत पड़ने पर महाकुंभ में व्यवस्था की जा सके."
व्यवस्थाओं को लेकर बोला हमला
सपा प्रमुख ने कहा, "महाकुंभ में व्यवस्था खराब है, सरकार 100 करोड़ श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था की बात कर रही थी. वह कोई व्यवस्था नहीं कर पा रहे. जो अव्यवस्था हो गई है, उसको हम समझा-बता रहे हैं. नाकामी सरकार की है, हम उन्हें सूचना दे रहे हैं. हम लोग पॉजिटिव पॉलिटिक्स कर रहे हैं. अगर जानकारी को भी वह बुराई समझ रहे हैं तो उनके लिए मेरे पास कोई इलाज नहीं है."
डिप्टी सीएम पर साधा निशाना
केशव प्रसाद के द्वारा दिए गए बयान में कहा गया कि 2047 तक मुलायम सिंह की विरासत का कोई भी मुख्यमंत्री नहीं बन सकता, जिस पर अखिलेश यादव ने पलट वार करते हुए कहा कि मैंने लोकसभा में प्रधानमंत्री जी को भी सुना था. उन्होंने यह कहा कि 2047 तक हम ही रहेंगे, और जो महाकुंभ में इंटरव्यू दिया जा रहा था. कुछ साधु संतों ने कहा था कि प्रधानमंत्री कौन होगा."
"कई साधु संतों ने यह भी कहा कि किसी कुंभ में ये फैसला हुआ था कि कौन प्रधानमंत्री होगा? ये जो 30 47 की लड़ाई है इसे आप समझ नहीं पा रहे हो. आप को यह भी पता होगा भारतीय जनता पार्टी ने 75 साल के बाद रिटायरमेंट की बात की थी तो लखनऊ वाले को पता है कौन रिटायर होने जा रहा है इसलिए अपनी अपनी व्यवस्था में लगे हुए लोग हैं और जो एक नाम आप बार ले रहे हो वो जीरो है जीरो."
भगदड़ में जान गंवाने वालों को मिले मुआवजा
दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ पर अखिलेश यादव ने कहा, "यह दुखद घटना है. यह इंतजाम सरकार को देखना चाहिए था. दिल्ली में प्लेटफार्म पर गरीब लोगों को सुरक्षित नहीं रख सकते, उनका एक्सीडेंट हो जाए, जान जाए, जिन लोगों की जान गई है, चाहें वह महाकुंभ की भगदड़ में जान गई हो या अन्य किसी कारण से. दोनों सरकारों को मिलकर उन्हें मुआवजा देना चाहिए. मैं मांग करता हूं कि उनके परिवारों को 50-50 लाख मदद सरकार को करना चाहिए, मुआवजा देना चाहिए."
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