Mnrega Online Attendance: कानपुर में मनरेगा मजदूरों की ऑनलाइन हाजिरी के लिए नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम (NMMS) सॉफ्टवेयर लॉन्च हो गया है. इस सॉफ्टवेयर से मजदूरों की हाजिरी डिजिटल रूप से मॉनिटर किया जाएगा. जिससे पारदर्शिता बढ़ेगी. पढ़िए पूरी डिटेल
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Mnrega Online Attendance: पिछले कई सालों से मनरेगा मजदूरी के नाम पर फर्जीवाड़ा चल रहा था. जिसे रोकने के लिए नई व्यवस्था लागू की गई है. अब मजदूरों की ऑनलाइन हाजिरी लगेगी. इसके लिए शासन ने नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम (NMMS) सॉफ्टवेयर के जरिए हाजिरी दर्ज होगी. मजदूरों को सॉफ्टवेयर के सामने आकर अपना चेहरा दिखाना होगा और पलक झपकानी होगी. फिर पलक झपकते ही उसकी हाजिरी लग जाएगी. इससे फर्जी हाजिरी की समस्या कम होगी.
कब लागू होगी नई व्यवस्था?
अगर किसी मजदूर ने ऐसा नहीं किया, तो वह हाजिरी माना जाएगा. यह नई व्यवस्था फरवरी से लागू हो जाएगी. आपको बता दें, कानपुर में 590 ग्राम पंचायतें हैं. इन ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत कच्चा रास्ता, तलाब खोदाई, सुंदरीकरण, आंगनबाड़ी, पीएम आवास योजना, नाली खड़ंजा निर्माण का काम मनरेगा मजदूरों से कराया जाता है.
NMMS के जरिए हाजिरी लगाने के निर्देश
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिले में मनरेगा मजदूरी के नाम पर हर महीने एक से डेढ़ करोड़ रुपये का भुगतान होता है. ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत कराए गए कामों में फर्जी मजदूर दिखाकर लाखों रुपये हड़पने की शिकायतें मिली थीं. प्रधान-सचिवों के खिलाफ सीडीओ और डीएम के पास शिकायतें आती हैं. इस तरह के फर्जीवाड़े पर रोक लगाने के लिए गांवों में NMMS के जरिए हाजिरी लगाने के निर्देश दिए हैं. अब फर्जी मजदूरों को दिखाकर हाजिरी दर्ज नहीं हो पाएगी. जितने मजदूर कार्य स्थल पर रहेंगे, उनकी हाजिरी लगेगी.
हाजिरी की निगरानी में सुधार की उम्मीद
पोर्टल पर इसकी फोटो भी अपलोड करनी होगी. उपायुक्त मनरेगा पीएन दीक्षित की मानें तो मनरेगा मजदूरी के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े को रोकने के लिए अब ऑनलाइन हाजिरी लगानी होगी. इसके लिए NMMS सॉफ्टवेयर लॉन्च कर दिया गया है. इसके लागू होने से मनरेगा मजदूरों की हाजिरी की निगरानी में सुधार आने की संभावना है.
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