RRTS Budget:दिल्ली-एनसीआर में अब नमो भारत रफ्तार पकड़ने वाली है. इस साल भी केंद्रीय बजट में रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) के लिए अच्छा खासा बजट दिया गया है.
रैपिड रेल के लिए 3 हजार करोड़ रुपये दिए गए हैं. इसी साल जून तक दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर पूरी तरह शुरू होने वाला है. बाद में दिल्ली-अलवर और दिल्ली-पानीपत कॉरिडोर का काम तेजी से होगा.
रेलवे को इस वित्त वर्ष के लिए 2.55 लाख करोड़ रुपये का बजट दिया गया है. वित्त वर्ष 2025-26 के लिए केंद्रीय अंतरिम बजट में देश के पहले RRTS के लिए 2,918 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.
मौजूदा वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 3,596 करोड़ रुपये आवंटित हुआ था. 2023-24 में भी इतनी ही राशि आवंटित की गई थी. वहीं, 2022-23 में 4,710 करोड़ रुपये दिए गए थे.
इस बार भी एनसीआर परिवहन निगम ने बजट को कम नहीं बताया है. अधिकारियों की मानें तो जितने बजट की मांग की गई थी, कमोबेश उसी के हिसाब से आवंटित किया गया है.
RRTS के लिए केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2018-19 में 629 करोड़, वित्त वर्ष 2019-20 में 974 करोड़, वित्त वर्ष 2020-21 में 2487.40 और वित्त वर्ष 2021-22 में 4,472 करोड़ रुपये का बजट मिला था.
रिपोर्ट्स की मानें तो 82 किमी लंबे दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर का निर्माण कार्य जल्द ही पूरा हो जाएगा. मौजूदा वक्त में नमो भारत ट्रेन न्यू अशोक नगर तक चल रही है. जून तक सराय काले खां तक चलेगी.
2024-25 के लिए भी सरकार ने अंतरिम बजट में रेलवे के लिए लगभग 2.55 लाख करोड़ रुपये का ही पूंजीगत व्यय आवंटित किया था. नए प्रोजेक्ट और बड़े सुधारों के लिए बजट में रेलवे को लगभग तीन लाख करोड़ रुपये का आवंटन हो सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
आपको बता दें, 2014 से ही मोदी सरकार ने रेलवे में बड़े सुधार के काम शुरू किए गए थे. 2014 में जहां रेलवे का बजट लगभग 40 हजार करोड़ रुपये के करीब था.