Gorakhpur news: गोरखपुर आज गोरखपुर में पुलिस बल की मौजूदगी में जमीन की पैमाइश होगी. बता दें कि पहले लेखपाल नहीं मिलने और फिर जगह-जगह विरोध होने के कारण गोरखपुर के बेतियाहाताा में पैमाइश काम पर प्रभाव पड़ रहा था.
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Bettiah Raj Property: यूपी के गोरखपुर में बेतिया राज की संपत्ति की पैमाइश आज पुलिस बल की मौजूदगी में की जाएगी. 17 जनवरी से बेतियाहाता में मौजूद बेतिया राज की भूमि की पैमाइश शुरू होगी.आपको बता दें कि कुशीनगर में सबसे ज्यादा 61 एकड़ भूमि बेतिया राज की है. यहां तैनात टीम ने पुलिस प्रशासन से पैमाइश के दौरान पुलिस बल उपलब्ध कराने की मांग की है.
नहीं हो किसी भी भूमि पर कोई नया निर्माण
बुधवार को टीम महराजगंज के परतावल स्थित पिपरिया गांव पहुंची थी, जहां बेतिया राज की 7.34 एकड़ जमीन है. टीम इसकी पैमाइश कराएगी और खाली पड़ी भूमि को सुरक्षित करने के साथ ही यह भी सुनिश्चित करेगी कि वहां बेतियाराज की किसी भी भूमि पर कोई नया निर्माण नहीं हो पाए.
पिपरिया में भी पैमाइश
बिहार राजस्व परिषद की तरफ से तैनात राजस्व पदाधिकारी बद्री प्रसाद गुप्ता ने महराजगंज के एडीएम पंकज कुमार वर्मा से मुलाकात की थी. उन्होंने पैमाइश के लिए लेखपालों की टीम की मांग की है. टीम गठित होते हुए पिपरिया में भी पैमाइश शुरू हो जाएगी. बता दें कि पहले लेखपाल नहीं मिलने और फिर जगह-जगह विरोध होने के कारण गोरखपुर के बेतियाहाताा में पैमाइश काम पर प्रभाव पड़ रहा था.
शुक्रवार को बेतिया राज की संपत्ति की पैमाइश
उधर, बिहार सरकार की ओर से बेतिया राज की संपत्ति के अधिग्रहण को लेकर बिहार विधानमंडल में विधेयक पास होने और गजट प्रकाशन के बाद तैयार की जा रही नियमावली भी अब जल्द ही तैयार हो जाएगी.
कुशीनगर में सबसे ज्यादा 61 एकड़ भूमि
बिहार के राजस्व पदाधिकारी बद्री प्रसाद गुप्ता के मुताबिक गोरखपुर के बेतियाहाता में बेतिया राज की करीब 51 एकड़ जमीन है, महराजगंज में 7.34 एकड़ भूमि और कुशीनगर के कप्तानगंज, हाटा और पडरौना क्षेत्र में सबसे ज्यादा 61 एकड़ जमीन है. सभी पर कब्जा किया गया है. गोरखपुर में तो ज्यादातर जमीन पर सरकारी भवन, स्कूल, कालेज, धार्मिक स्थल, सड़क, नाली आदि का निर्माण किया गया है. महराजगंज में जब निरीक्षण किया गया तब खेती और मकान मिले थे. ऐसे ही कुशीनगर में भी ज्यादातर जमीन पर निर्माण किया गया.
Bettiah Raj History: बेतिया: मुगल शासक अकबर के समय से एक महत्वपूर्ण रियासत बेतिया राज का इतिहास उतार-चढ़ाव और दिलचस्प घटनाओं से भरा है. मौजूदा समय में यूपी के आठ और बिहार के पांच जिलों में बेतिया राज की रियासत फैली है. मगर, इस राज परिवार का वारिस कोई नहीं है. मुगल शासक अकबर के समय विद्रोह दबाने के बाद उदय करण सिंह चंपारण के शासक बने और बेतिया राज की स्थापना हुई. उनके बाद कई पीढ़ियों ने राज किया. ईस्ट इंडिया कंपनी ने भी राज किया.