Ghaziabad News: धोखाधड़ी मामले में गाजियाबाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. आरोप है कि गाजीउद्दीन के वशंज ने जमीन के एवज में लाखों रुपये ले लिए, न तो जमीन दी न ही रुपये.
Trending Photos
Ghaziabad News: गाजियाबाद को बसाने वाले गाजीउद्दीन के वंशज की प्रॉपर्टी कुर्क हो गई है. चेक बाउंस मामले में कोर्ट ने कुर्की की कार्रवाई के आदेश दिए थे. कोर्ट में पेश न होने के बाद गैर जमानती वारंट भी जारी किया गया था. कोर्ट में पेश न देने पर गाजियाबाद पुलिस ने फिरदौस मंजिल हवेली पहुंकर गाजीउद्दीन के पांचवीं पीढ़ी के वंशज की प्रॉपर्टी को कुर्क कर दिया है.
यह है धोखाधड़ी का पूरा मामला
दरअसल, गाजीउद्दीन के पांचवीं पीढ़ी के वंशज मोहम्मद इमरान खान और उनकी मां परवीन बेगम पर धोखाधड़ी के आरोप लगे हैं. लैंड क्राफ्ट सोसायटी निवासी रविंद्र तनेजा का आरोप है कि साल 2014 में 60 गज का प्लाट खरीदने के लिए मोहम्मद इमरान खान और उनकी मां परवीन बेगम को 11 लाख 60 हजार रुपये का चेक दिया था. आरोप है कि प्लाट न मिलने पर उन्होंने रुपयों की मांग करने लगे. इस पर मोहम्मद इमरान खान की ओर से पीड़ित को एक चेक दिया गया था, जो बाउंस हो गया था.
फिरदौस मंजिल पर रखा सामान जब्त
इसके बाद रविंद्र तनेजा ने आरोपितों के खिलाफ शिकायत की थी. कोर्ट के आदेश पर गाजियाबाद पुलिस ने इमरान खान के रमते राम रोड स्थित घर 'फिरदौस मंजिल' का सामान कुर्क करने का आदेश दे दिया था. आरोपितों के कोर्ट में पेश न होने पर इमरान खान और उनकी मां परवीन बेगम के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किया गया. अब कोर्ट के आदेश पर घर को कुर्क कर दिया गया है. बता दें कि दो साल पहले परवीन बेगम के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार भी किया गया था.
'इस तरह की कार्रवाई समाज में गलत संदेश देती है'
एसीपी कोतवाली रितेश त्रिपाठी ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर यह कुर्की की कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा कि 42 से 43 घरेलू सामान को जब्त किया गया है. वहीं, स्थानीय मुस्लिम समुदाय के लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं समाज में गलत संदेश भेजती हैं, जिससे पूरे समाज की छवि पर नकारात्मक असर पड़ता है.
गाजीउद्दीन कौन था?
गाजियाबाद की स्थापना करीब तीन सौ साल पहले मुगल बादशाह अहमदशाह के शासन के दौरान 1740 ई. में हुई थी. बादशाह के वजीर गाजीउद्दीन ने इस शहर की स्थापना की थी. इसलिए उस दौर में इस शहर को गाजीउद्दीननगर कहा जाता था. बाद इसके नाम को छोटा कर गाजियाबाद कहा जाने लगा. गाजियाबाद में आज भी मुगल शासन की झलक देखने को मिलती है. यहां दिल्ली गेट, जवाहर गेट, डासना गेट सिहरी गेट मध्यकालीन मुगल शासन की याद दिलाते हैं. शहर के बीचोबीच इसके संस्थापक गाजीउद्दीन की जर्जर हो चुकी हवेली आज भी मौजूद है जो इसके इतिहास का जिंदा सबूत है.
देखें वीडियो : ये क्या हो गया?....कंगाल हो गए गाजियाबाद बसाने वाले नवाब, बंध गया बोरिया बिस्तर
यह भी पढ़ें : गाजियाबाद में बसेगी नई टाउनशिप, लाखों लोगों का घर का सपना होगा पूरा, योगी कैबिनेट का बड़ा फैसला
यह भी पढ़ें : गाजियाबाद में घर के अंदर मिली कब्र, आठ फीट गहरे गड्ढे में दफन था दोस्ती और दगेबाजी का राज