Karva Chauth : 1 नवंबर को करवा चौथ का व्रत मनाया जाएगा. लेकिन अगर आपके पति किसी वजह से बाहर हैं तो कैसे व्रत को तोड़ा जाए. इसके बारे में शास्त्रों में बताया गया है. पहला तरीका है की पति की प्रतिमा बनाकर विधि विधान के साथ पूजा कर व्रत का पारण करें.
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Karva Chauth : 1 नवंबर को करवा चौथ का व्रत मनाया जाएगा. लेकिन अगर आपके पति किसी वजह से बाहर हैं तो कैसे व्रत को तोड़ा जाए. इसके बारे में शास्त्रों में बताया गया है. पहला तरीका है की पति की प्रतिमा बनाकर विधि विधान के साथ पूजा कर व्रत का पारण करें.
इसके लिए करवा चौथ की रात चांद निकलने से पहले मिट्टी से अपनी पति की प्रतिमा को बनाकर उस पति की कोई चीज लगा दें. ताकि को पति का प्रतीक दिखे. अब चंद्रमा निकलने के बाद पूजा करें और दीपक जलाकर छलनी से चांद को देखें. इसके बाद छलनी से पति की प्रतिमा देखें.
फिर पानी से भरे लोटे से उस प्रतिमा का छूकर , पानी पी लें ऐसा करने से आपका व्रत पूरा हो जाएगा और कोई दोष भी नहीं लगेगा साथ ही माता पार्वती का आशीर्वाद भी आप पर बना रहेगा. पति के करवा चौथ पर साथ नहीं होने पर दूसरा तरीका है कि आप डिजिटली उन्हे देखे लें और फिर चांद के बाद छलनी से पति का चेहरा देखकर व्रत तोड़ लें.
करवा चौथ का महत्व
हिंदू धर्म में सुहागिन महिलाओं के लिए करवा चौथ का व्रत बहुत महत्वपूर्ण होता है. इस दिन सुहाग की तरक्की और लंबी आयु के लिए सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत करती हैं. ये व्रत हर वर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. सुहागिन महिलाओं के अलावा इन दिन कुंवारी कन्याएं भी व्रत रखती हैं और अच्छे वर की कामना करती हैं. इस दिन मां पार्वती, भगवान शिव और गणेशजी की पूजा का विशेष विधान है. इस साल करवा चौथा का व्रत 1 नवंबर को रखा जाएगा. मान्यता है कि करवा चौथ का व्रत मां पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए रखा था. इसी व्रत के बाद उनका विवाह संभव हुआ था.