कौशल, उद्यमिता एवं नियोजन राज्य मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि राजस्थान में पहली बार युवाओं को समर्पित बजट पेश किया गया है, जिसमें आरएसएलडीसी के द्वारा युवाओं के कौशल विकास और रोज़गार पर खर्च होने वाले बजट को 500 करोड़ रुपए किया गया है.
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Jaipur News: कौशल, उद्यमिता एवं नियोजन राज्य मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि कौशल आजीविका की एक कला है और राजस्थान कौशल और प्रतिभा के क्षेत्र में समृद्ध प्रदेश है.
उन्होंने कहा कि पिछले चार साल में आरएसएलडीसी के माध्यम से पर्सनालिटी डेवलपमेंट और प्रशिक्षण प्रदान कर युवाओं को रोजगार के लिए उचित प्लेटफार्म देने का कार्य किया जा रहा है.
चांदना राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम (आरएसएलडीसी) द्वारा होटल ललित में आयोजित ''सीएक्सओ कॉन्क्लेव-2023'' में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि राजस्थान कौशल और प्रतिभा के क्षेत्र में समृद्ध है और यहां के डॉक्टर्स, इंजीनियर एवं चार्टर एकाउंटेंट विश्वभर में प्रदेश और देश का गौरव बढ़ा रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहली बार युवाओं को समर्पित बजट पेश किया गया है, जिसमें आरएसएलडीसी के द्वारा युवाओं के कौशल विकास और रोज़गार पर खर्च होने वाले बजट को 500 करोड़ रुपए किया गया है. उन्होंने कहा कि पिछले चार साल में लगभग एक लाख पैंतीस हज़ार युवाओं को सरकारी नौकरी देने का कार्य प्रदेश सरकार द्वारा किया गया है.
रिक्रूट, ट्रेन एंड डिप्लॉय एक अनूठी पहल
कांक्लेव में सीमेंट द्वारा निर्माण और आईटी क्षेत्र में, माइक्रोमैक्स मोबाइल द्वारा उच्च मोबाइल प्रौद्योगिकी, एलएनजे इंस्टिट्यूट ऑफ़ स्कील एंड टेक्नोलॉजी द्वारा टैक्सटाइल क्षेत्र में युवाओं को आरटीडी (रिक्रूट ट्रेन एंड डिप्लॉय) पैटर्न पर भर्ती कर प्रशिक्षण प्रदान कर रोज़गार देने के लिए 18 संस्थाओं के साथ एमओयू साइन किया गया, जिसमें सरकार द्वारा ट्रेनिंग पार्टनर के रूप में प्रशिक्षण में सहायता प्रदान की जाएगी. प्रदेश सरकार द्वारा यह अपने आप में एक अनूठी पहल है.
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कॉफ़ी बुक लॉन्च
कौशल उद्यमिता एवं नियोजन राज्य मंत्री ने आरएसएलडीसी द्वारा तैयार कॉफ़ी बुक को लॉन्च किया, जिसके माध्यम से पाठक विभाग द्वारा किए गये कार्यों और योजनाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे.
नियोक्ताओं को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया
कार्यक्रम में शासन सचिव पीसी किशन ने बताया कि कॉन्क्लेव का उद्देश्य नियोक्ताओं, प्रशिक्षण प्रदाताओं एवं अन्य सभी संबंधित संस्थाओं के मध्य सहकारिता को बढ़ाना था, जिससे राज्य में स्थापित कौशल विकास तंत्र को और अधिक सुदृढ़ कर युवाओं को रोज़गार के बेहतर अवसर प्रदान किए जा सके. उन्होंने आरटीडी पैटर्न की सराहना करते हुए नियोक्ताओं को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.
क्या बोले आरएसएलडीसी की अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक
आरएसएलडीसी की अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक रेणु जयपाल ने बताया कि ग्रामीण विकास मंत्रालय, स्टेट रूरल लाइवलीवुड मिशन, सेक्टर स्किल काउंसिल्स, इंडस्ट्रीज एवं ट्रेनिंग पार्टनर्स के सहयोग से कॉन्क्लेव आयोजित किया गया जिसमें नियोक्ता एवं ट्रेनिंग पार्टनर के बीच गैप खत्म करने, प्रशिक्षित एवं प्रशिक्षण ले रहे युवाओं के रोजगार अवसरों के लिए पोटेंशियल नियोक्ताओं की पहचान करने, स्किल सेक्टर में वर्तमान एवं भावी मांग को समझने तथा स्किल पाठ्यक्रमों में बाजार की मांग अनुसार बदलाव करने पर चर्चा की गई.उन्होंने कंपनियों से परंपरागत ट्रेनिंग कोर्सेज के साथ बाजार की मांग वाले नए कोर्सेज में युवाओं को ट्रेनिंग कराने का आग्रह किया.
कार्यक्रम में ऑटोमोटिव, बैंकिंग, आईटी, कंस्ट्रक्शन, रबर, आदि सेक्टर में युवाओं को प्रशिक्षण करवाने के लिए संबंधित उद्योग प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की गई.