Rajasthan News: राजस्थान के जल जीवन मिशन घोटाले में ACB ने पूर्व मंत्री महेश जोशी समेत 22 अफसरों, ठेकेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. केस दर्ज होने के बाद PHED के अधिकारियों और ठेकेदारों की मुश्किलें बढ़ गई हैं.
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Rajasthan News: राजस्थान के जल जीवन मिशन घोटाले में ACB ने पूर्व मंत्री महेश जोशी समेत 22 अफसरों, ठेकेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. केस दर्ज होने के बाद PHED के अधिकारियों और ठेकेदारों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. पिछली सरकार में श्रीश्याम और गणपति ट्यूबवेल फर्म ने फर्जी प्रमाण पत्र के जरिये टैंडर हासिल किए थे. अब ईडी और सीबीआई के बाद एसीबी घोटाले के राज खोलेगी.
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राजस्थान के जल जीवन मिशन में 2100 करोड़ के घोटाले में एसीबी शिकंजा कसेगी. जेजेएम में एसीबी ने पूर्व जलदाय मंत्री महेश जोशी के समेत 22 अधिकारी, ठेकेदारों और प्रॉपटी व्यवसायियों के खिलाफ केस दर्ज किया है. एसीबी ने इन सभी के खिलाफ 409, 466, 467, 471, 477A और 120 धारा में मुकदमा दर्ज किया है. कांग्रेस राज में केंद्र सरकार की उपक्रम इरकॉन कंपनी के नाम पर फर्जी प्रमाण पत्र बनाए थे.
जिसमें फर्जी दस्तावेजों के जरिये 900 करोड़ से ज्यादा का काम किया. एसीबी डीजी डॉ रवि प्रकाश मेहरड़ा ने कहा कि सरकार के 17A की परमिशन मिलने के बाद FIR दर्ज की गई है. मामले की जांच की जा रही है. जिन और लोगों के नाम सामने आएंगे. उन्हें भी FIR में नामजद किया जाएगा. कुछ अन्य लोग हैं, उनकी स्वीकृति के लिए सरकार को रिमाइंडर लेटर लिखा जाएगा.
JJM घोटाले में PHED XEN विशाल सक्सेना ने ED की पूछताछ में बडे़ राज उगले हैं. एसीबी के दर्ज मुकदमे में ईडी की रिपोर्ट का जिक्र है. जिसमें विशाल सक्सेना ने ईडी में बयान दिए है कि XEN संजय अग्रवाल, CE दिनेश गोयल बड़े टैंडर मैनेज करते थे. कारोबारी संजय बडाया पूर्व मंत्री जोशी के लिए फंड एकत्रित करता था.
टेपन गुप्ता, नमन गुप्ता, आलोक खंडेलवाल बडाया की मदद करता था. ACS सुबोध अग्रवाल के लिए ACE शुभांशु दीक्षित फंड एकत्रित करते थे. आरएएस गोपाल सिंह ने श्री श्याम और गणपति ट्यूबवेल फर्मों की सकारात्मक रिपोर्ट का दबाव बनाया. खुद के बेटे को नागौर संबंधी काम दिलवाने के लिए भी कहा गया. एसीबी इन आरोपों की भी जांच करेगी.
पूर्व PHED मंत्री महेश जोशी के खिलाफ ACB ने मुकदमा दर्ज किया. इसके अलावा प्रॉपर्टी कारोबारी संजय बडाया, तत्कालीन वित्तीय सलाहकार सुशील शर्मा, चीफ इंजीनियर दिनेश गोयल, आरके मीणा, तत्कालीन ACE आरके मीणा, रिटायर्ड ACE अरुण श्रीवास्तव, ACE पारितोष गुप्ता, SE निरिल कुमार, SE विकास गुप्ता, एमपी सोनी, भगवान सहाय जाजु, जितेंद्र शर्मा, एक्सईएन विशाल सक्सेना के नाम मुकदमा दर्ज.
इसके साथ ही गणपति ट्यूबवेल फर्म का मालिक महेश मित्तल, गणपति ट्यूबवेल फर्म, श्याम ट्यूबवेल फर्म का मालिक पदमचंद जैन, श्याम ट्यूबवेल फर्म, मुकेश पाठक, प्राइवेट व्यक्ति किशन गुप्ता, टेपन गुप्ता, नमन खंडेलवाल के खिलाफ एसीबी ने नामजद मुकदमा दर्ज किया. इससे पहले इसी मामले में ED, CBI ने भी केस दर्ज कर रखा है.