राजस्थान में बंशीपहाड़पुर की दो मांइंस में सोमवार को खनन कार्य शुरू हुआ. पहले दिन 50 टन से अधिक के सैण्ड स्टोन के परिवहन के साथ दो वाहनों के रवन्ना भी जारी हो गए हैं.
Trending Photos
Jaipur: राजस्थान में बंशीपहाड़पुर की दो मांइंस में सोमवार को खनन कार्य शुरू हुआ. पहले दिन 50 टन से अधिक के सैण्ड स्टोन के परिवहन के साथ दो वाहनों के रवन्ना भी जारी हो गए हैं. अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि बंशीपहाड़पुर में वैध खनन कार्य आरंभ कराना सरकार के बड़ी चुनौती भरा काम था पर राज्य का प्रभावी तरीके से पक्ष रखने का परिणाम रहा कि पहले केन्द्र सरकार से वन भूमि का डायवर्जन कराया गया और उसके बाद प्लॉटों को तैयार कर आक्नश की प्रक्रिया पूरी की गई.
यह भी पढ़ें: कांग्रेस के सत्याग्रह को भाजपा ने बताया 'नौटंकी', कहा-स्वर्ग में गांधीजी हो रहे होंगे हैरान
बंशीपहाड़पुर खनन क्षेत्र ब्लॉक ए व बी सुखासिला एवं कोट क्षेत्र को बंध बारेठा वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र के बाहर करवाया गया और उसके बाद केन्द्र सरकार के वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने भरतपुर के बंशी पहाड़पुर में खनिज सेंड स्टोन के खनन के लिए वन भूमि के डायवर्जन की स्वीकृति जारी कराई गई. भारत सरकार की स्वीकृति के साथ ही राज्य के माइंस विभाग ने बंशी पहाड़पुर में खनन ब्लॉक तैयार कर इनके ऑक्नश की तैयारी आरंभ की.
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि राज्य सरकार ने बंशीपहाड़पुर में 41 प्लॉट तैयार कर भारत सरकार के पोर्टल के माध्यम से ईनीलामी के बाद पहले कलस्टर क्लीयरेंस प्राप्त की गई. पिछले दिनों 41 मंशाधारकों में से 12 मंशाधारकों को एसईआईएए द्वारा पर्यावरणीय क्लीयरेंस जारी की गई. पर्यावरणीय क्लीयरेंस की कार्यवाही जारी है और 17 मंशापत्रधारकों की पर्यावरणीय क्लीयरेंस के लिए एसईएसी में 18 जून को सुनवाई है. बाकी बचे मंशाधारकों को भी जल्दी ही एंवायरमेंट क्लीयरेंस मिल जाने की संभावना है.
अपने जिले की खबर देखने के लिए यहां क्लिक करें.