लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को पिछली कांग्रेस सरकार पर भी सवाल खड़ा कर दिया. उन्होंने कहा कि देश बेरोजगारी की समस्या का समाधान नहीं कर पाया है और इस बारे में युवाओं कोई स्पष्ट जवाब देने में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) दोनों की सरकारें विफल रही हैं.
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Rahul Gandhi Speech: राष्ट्रपति के अभिभाषण पर संसद में चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आज सबको चौंका दिया. उन्होंने पहले तो कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण पिछले कुछ सालों में दिए गए अभिभाषणों की तरह ही था. बाद में एक ऐसे मुद्दे का जिक्र किया, जिसमें यूपीए सरकार को भी कठघरे में खड़ा कर दिया. दरअसल, 2004 से लेकर 2014 तक यूपीए (यानी कांग्रेस गठबंधन) सरकार सत्ता में रही थी.
मोदी बैठे थे, राहुल बोल पड़े
राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा कि हम बेरोजगारी की समस्या को सुलझा नहीं पाए हैं, ना तो UPA सरकार बेरोजगारी को लेकर युवाओं को कोई रास्ता दिखा पाई और ना ही मौजूदा सरकार कुछ कर पाई. राहुल ने बड़े ही जोरदार तरीके से कहा कि मेरी इस बात से प्रधानमंत्री भी सहमत होंगे. जब राहुल यह कह रहे थे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सदन में मौजूद थे.
कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि एनडीए सरकार का ‘मेक इन इंडिया’ का विचार अच्छा था लेकिन प्रधानमंत्री का इस दिशा में किया गया प्रयास विफल रहा. राहुल ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मेक इन इंडिया’ पर जोर दिया लेकिन यह फेल रहा क्योंकि मैन्युफैक्चरिंग दर घट गई. राहुल गांधी ने कहा कि भारत को अब मैन्युफैक्चरिंग पर जोर देना होगा.
राहुल गांधी ने कहा, ‘मैंने राष्ट्रपति का अभिभाषण सुना. मुझे कहना होगा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान जो कहा जा रहा था, उस पर अपना ध्यान बनाए रखने के लिए मुझे संघर्ष करना पड़ा, क्योंकि मैंने लगभग वही अभिभाषण पिछले साल और उससे पहले के साल भी सुना था.’ उन्होंने कहा कि विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार होती तो यह अभिभाषण इस तरह का नहीं होता.
राहुल ने फोन दिखाते हुए क्या कहा
कांग्रेस नेता ने कहा कि देश का भविष्य युवाओं द्वारा तय होगा, इसलिए कुछ भी कहा जाए तो उसमें युवाओं पर जोर होना चाहिए था. राहुल ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने ‘मेक इन इंडिया’ की पहल की. यह अच्छा विचार था, प्रधानमंत्री ने प्रयास किया, लेकिन यह प्रयास विफल रहा.’ राहुल गांधी ने कहा, ‘एक देश के रूप में हम विनिर्माण में विफल रहे हैं.’ उन्होंने दावा किया कि मैन्युफैक्चरिंग का काम चीन की कंपनियों को दे दिया गया है. राहुल गांधी ने मोबाइल फोन दिखाते हुए कहा, ‘यह मेड इन इंडिया नहीं, बल्कि ‘असेंबल्ड इन इंडिया’ है.’ उन्होंने कहा कि देश को मैन्युफैक्चरिंग पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. कांग्रेस नेता ने दावा किया कि हर कोई जानता है कि भारत में सामाजिक तनाव बढ़ रहा है.