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अजय दुबे/जबलपुर: मध्यप्रदेश के जबलपुर में एक युवक की हत्या कर शव को आरा मशीन से काटकर 10 टुकड़े करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां 52 दिन से लापता युवक की लाश पुलिस ने रविवार को बरामद कर ली है. इसमें हैरानी की बात ये है कि हत्या करने वाले मुख्य आरोपी ने आत्महत्या कर ली है. जबकि जांच के दौरान एक संदेही को पकड़ा है, जिसके बाद ये पूरे वारदात का खुलासा हुआ.
दिल दहला देने वाली हत्या का खुलासा करते हुए जबलपुर एसपी टीके विद्यार्थी ने बताया कि हत्यारा बेहद शातिर था. हत्या करने के बाद खुद भी सलफास खाकर आत्महत्या कर ली थी. जिससे मामले को सुलझाना पुलिस के लिए एक चुनौती बन गया था. पुलिस ने एक-एक कड़ी जोड़ कर और क्राइम ब्रांच की मदद से दूसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. एसपी टीके विद्यार्थी ने बताया कि संजीवनी नगर थाना क्षेत्र स्थित जसूजा सिटी में रहने वाले 45 वर्षीय अनुपम शर्मा के लापता हो जाने कि उनके परिजनों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके बाद जांच शुरू की गई थी.
जांच में पाया गया कि गुमशुदा अनुपम शर्मा अंतिम बार उसके सबसे करीबी मित्र विनोद वर्मा उर्फ टोनी के घर के पास दिखा था. टोनी ने पूछताछ पर बताया था कि अनुपम दोपहर उससे मिलकर चला गया था. सीसीटीवी फुटेज में अनुपम की स्कूटर पर ,अनुपम के हुलिये का ही व्यक्ति धनवंतरी नगर चौराहे के पास दिखा था. कुछ दिन बाद अनुपम शर्मा का स्कूटर मुख्य रेल्वे स्टेशन जबलपुर की पार्किंग में खड़ा मिला था.
शाम को पिता को किए मैसेज
16 फरवरी की शाम से ही अनुपम के मोबाईल नंबर से अनुपम के पिता को व्हाट्सएप मैसेज मिलना चालू हो गया था कि मैं जीवन में की गई गलतियों के सुधार के लिये वह अध्यात्म के रास्ते पर चलने आश्रम आ गया हूं. व मौन व्रत रखने से अब आगे संपर्क नहीं रख पाउंगा. 25 फरवरी को अनुपम के मोबाइल नंबर से इसी तरह का अंतिम मैसेज नासिक से भेजा गया था.
करीबी मित्र ही निकला हत्यारा
एसपी ने बताया कि इस बीच अनुपम का मित्र टोनी लगातार अनुपम के परिजनों व पुलिस के संपर्क में रहकर अनुपम की तलाश करने का नाटक करता रहा. परंतु जांच में यह सामने आया कि अनुपम ने लाखों रूपये टोनी के माध्यम से लोगों को उधार दे रखे थे. जिसकी वसूली के लिये वह टोनी पर लगातार दबाव बनाया हुआ था. यह बात भी ज्ञात हुई थी कि टोनी स्वयं की अनुपस्थिति में अनुपम के घर आने से, अनुपम के चरित्र को लेकर संदेह करता था. टोनी के करीबियों से पूछताछ पर टोनी ने यह कहा था कि किसी करीबी मित्र ने उसके साथ दगाबाजी की है, उसे मरवाना है.
सुसाइड नोट लिख हत्या के आरोपी ने की खुदकुशी
दरअसल घटना की जांच के दौरान अनुपम के मोबाइल नंबर से मिले अंतिम मैसेज को टोनी के किरायेदार रामप्रकाश पुनिया के द्वारा नासिक से भेजा जाना पाया था. इसकी पूछताछ के लिए टोनी को बुलवाये जाने पर टोनी ने 1 मार्च को घर में आत्महत्या कर ली. मृत्यू पूर्व नोट में टोनी के द्वारा बहुत बड़ी गलती हो जाने की वजह से आत्महत्या का जिक्र सुसाइड नोट में किया गया था.
हत्या का आरोपी राम प्रकाश पूनिया पुलिस को कर रहा था गुमराह
पुलिस ने टोनी के खुदकुशी के बाद उसके किरायेदार रामप्रकाश पुनिया से पूछताछ की गई. तो पता चला 24 फरवरी को मुंबई जा रहा था तब टोनी ने उसे एक मोबाइल फोन दिया था औऱ कहा था कि जब ट्रेन नासिक पहुंचे तो मोबाइल चालू कर कुछ देर बाद बंद कर देना है व फोन व सिम ट्रेन में ही छोड देना है. ऐसा टोनी के द्वारा मजाक में खुद के एक दोस्त की लोकेशन नासिक बताना है बोला था. इसके अतिरिक्त रामप्रकाश पुनिया ने घटना के विषय में अन्य कोई जानकारी पूछताछ में नहीं बतलाया.
आरोपी ने हत्या कर 8 टुकड़ों में फेंका था मृतक का लाश
टीके विद्यार्थी ने बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस को राम प्रकाश पूनिया लगातार गुमराह कर रहा था. घटना के बाद जो व्यक्ति अनुपम शर्मा का स्कूटर चलाते जाते दिखा था. उसकी कद-काठी भी रामप्रकाश पुनिया से मेल खाती थी. जब रामप्रकाश पुनिया से सख्ती से पूछताछ हुई तो उसने अपराध कबूल कर टोनी के साथ मिलकर अनुपम की हत्या करना स्वीकार किया. जिसके बाद लाश के टुकडों को प्लास्टिक की बोरियों में भरकर संजीवनीनगर के पास लोहा बांधकर नाले में डुबाना बताया. आरोपी रामप्रकाश पुनिया से विस्तृत पूछताछ उपरांत निशादेही पर अनुपम शर्मा का टुकडों में कटा शव बरामद किया गया.
किराएदार से मिलकर युवक ने कराई थी हत्या
आरोपी रामप्रकाश पुनिया ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसके मकान मालिक विनोद वर्मा उर्फ टोनी ने अपने मित्र अनुपम शर्मा को मारने के लिये राजी किया था. कोई निश्चित आय का साधन न होने और मकान का किराया न दे पाने व उधार का पैसा वापस न कर पाने से रामप्रकाश पुनिया सहमत हुआ था. विनोद वर्मा उर्फ टोनी की योजना अनुसार अनुपम को दोपहर पैसे के लेनदेन का निपटारा करने फोन पर बुलवाया. रामप्रकाश पुनिया को टोनी ने उसके भाईयों की लकड़ी की टाल व आरा मशीन के बगल में गोदाम में पहले से पहुंचवा दिया. थोडी देर बाद अनुपम को टोनी गोदाम के अंदर लेकर आया और लैपटाप पर हिसाब दिखाने लगा. तभी रामप्रकाश पुनिया ने रस्सी अनुपम के गले में डालकर उसका गला घोंट दिया. गला घोंटते समय टोनी, अनुपम के हाथ पैर पकडे हुए था. हत्या के बाद योजना अनुसार रामप्रकाश ने अनुपम के कपड़े पहने और यह दिखाने के लिये अनुपम वापस चला गया है. अनुपम का स्कूटर लेकर अनुपम के घर के रास्ते पर चला. लेकिन घर के पहले मेडिकल कॉलेज के पास स्कूटर खड़ा कर ऑटो से तिलवारा घाट गया. जहां टोनी द्वारा अनुपम के मोबाइल फोन पर पहले से टाईप मैसेज को अनुपम के पिता को भेजें. यही काम रामप्रकाश ने पुनः 17 से 20 फरवरी को भी किया. ताकि यह लगे कि अनुपम जीवित है और स्वयं परिवार से संपर्क नहीं रखना चाहता है.
लकड़ी काटने वाले हैंड कटर से लाश के किए थे 8 टुकड़े
पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि अनुपम के शव को टोनी ने लकड़ी काटने वाले मशीन के हैंड कटर से अनेक टुकडों में काटा व पॉलिथिन में पैक करने के बाद प्लास्टिक की तीन बोरियों में भरकर, रामप्रकाश की मदद से अलग अलग एक-एक बोरी ले जाकर संजीवनी नगर के पास नाले में फेंक दिया. बोरियां न डूबने पर टोनी पुनः रामप्रकाश को लेकर गया व बोरियों में लोहे के टुकडे बांधे. जिससे वे पानी के अंदर डूब गयी.
पुलिस का शक बढ़ने पर टोनी ने रामप्रकाश को नासिक भेजकर अनुपम के मोबाइल नंबर से उसके पिता को फिर मैसेज करवाया. लेकिन यह बात खुलने के डर से टोनी ने आत्महत्या कर ली. एसपी ने बताया की आरोपी रामप्रकाश ने हत्या करना कुबूल किया है. साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने 2 बोरियों में नाले में फेंके लाश के टुकड़े बरामद किए हैं. वहीं एक बोरी की तलाश पुलिस कर रही है. साथ ही हत्या में प्रयुक्त रस्सी को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है.