Assam Beef Ban News: असम की हिमंता बिस्वा सरमा सरकार ने होटल और रेस्टोरेंट समेत सभी पब्लिक प्लेसेज पर बीफ परोसे जाने या खाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है.
Trending Photos
Beef Ban in Assam: असम के किसी भी होटल या रेस्टोरेंट में अब बीफ नहीं परोसा जा सकेगा. यही नहीं, किसी भी तरह के पब्लिक फंक्शन में भी बीफ की डिशेज नहीं सर्वे की जा सकेंगी. हिमंता बिस्वा सरमा सरकार ने बुधवार को इस बाबत प्रतिबंधों की घोषणा की. सरमा ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि 'पहले हमारा फैसला मंदिरों के पास गोमांस खाने पर रोक लगाने का था, लेकिन अब हमने इसे पूरे राज्य में लागू कर दिया है. यानी आप किसी भी सामुदायिक स्थान, सार्वजनिक स्थान, होटल या रेस्तरां में गोमांस नहीं खा सकेंगे...'
असम में बीफ पर किस तरह का बैन?
असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, 'हमने फैसला किया है कि किसी भी रेस्तरां या होटल में गोमांस नहीं परोसा जाएगा. साथ ही इसे किसी सार्वजनिक समारोह या सार्वजनिक स्थान पर भी नहीं परोसा जाएगा, इसलिए आज से हमने होटलों, रेस्तरां और सार्वजनिक स्थानों पर गोमांस की खपत को पूरी तरह से बंद करने का फैसला किया है.' राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में गोमांस सेवन पर मौजूदा कानून में संशोधन कर नए प्रावधानों को शामिल करने का निर्णय लिया गया.
#WATCH | Delhi: Assam CM Himanta Biswa Sarma says, "...In Assam, we have decided that beef will not be served in any restaurant or hotel and also it will not be served in any public function or public place, so from today we have completely decided to stop the consumption of beef… pic.twitter.com/B4URmVRBTW
— ANI (@ANI) December 4, 2024
अब तक क्या नियम थे?
असम में गोमांस का सेवन गैरकानूनी नहीं है, लेकिन असम मवेशी संरक्षण अधिनियम 2021 के तहत हिंदू, जैन और सिखों की बहुसंख्या वाले क्षेत्रों तथा किसी मंदिर या सत्र (वैष्णव मठ) के पांच किलोमीटर के दायरे में मवेशी वध और गोमांस की बिक्री पर प्रतिबंध था.
सियासी आरोपों के बाद फैसला?
दो दिन पहले, सरमा ने कहा था कि अगर कांग्रेस नेता उन्हें इस संबंध में पत्र लिखते हैं, तो सर्वसम्मति से बीफ पर प्रतिबंध लगाएंगे. दरअसल, कांग्रेस सांसद रकीबुल हुसैन ने आरोप लगाया था कि नगांव जिले के सामगुरी विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी कार्यकर्ताओं की ओर से बीफ पार्टी का आयोजन किया गया था. उन्होंने कहा था कि इसका मकसद मुस्लिम मतदाताओं को रिझाना था. सरमा ने इन आरोपों पर कहा था कि रकीबुल हुसैन ने एक अच्छी बात कही है कि बीफ खाना गलत बात है.
यह भी देखें: ये हैं भारत की सबसे भूतिया सड़कें, जहां दिन में भी जाने से डरते हैं लोग!
सीएम ने सोमवार को कहा था, 'मैं रकीबुल हुसैन से जानना चाहता हूं कि बीफ पर प्रतिबंध लगाना चाहिए, क्योंकि उन्होंने खुद इस बात को स्वीकार किया कि बीफ खाना गलत है, तो ऐसी स्थिति में इस पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए.' उन्होंने कहा, 'मैं अब रकीबुल हुसैन के बयान को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन बोरा को पत्र लिखूंगा और उनसे पुछूंगा कि क्या वो भी रकीबुल हुसैन की तरह बीफ पर प्रतिबंध लगाने की वकालत करते हैं.' (एजेंसी इनपुट)