Unique School: बहुत से जुड़वा भाई-बहनों की शक्ल हूबहू मेल खाती है, जिनके बीच में इनका परिवार, रिश्तेदार और दोस्त भी अंतर नहीं कर पाते. ऐसे में किसी टीचर के लिए एक की जगह दूसरे को सजा देना कौन सी बड़ी बात है. जानिए इस अनोखे स्कूल के बारे में...
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Most Unique Twins School Of World: सभी ने हमशक्ल और जुड़वा बच्चों वाली बहुत सी फिल्में देखी होंगी, जिसमें शरारत एक करता था और सजा दूसरे को पड़ती थी. बॉलीवुड में सीता-गीता, मकड़ी, जुड़वा, सैंडविच जैसी कई फिल्में हैं, जिन्हें हमने बचपन में खूब देखा है. तब लगता था कि यह फिल्मों में ही होता है कि मां ने जिसे पहले नहलाया उस बच्चे को ही दोबारा नहला दिया, या एक के बदले दूसरे बच्चे की कुटाई कर दी, लेकिन यह हकीकत में भी होता है.
टीचर्स भी नहीं कर पाते इनमें फर्क
घर की बात छोड़िए यह अक्सर एक स्कूल में होता था, जहां टीचर शरारत करने वाले की जगह दूसरे बच्चे को पनीशमेंट दे देते थे. आज हम इस आर्टिकल में आपको एक ऐसे ही स्कूल के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें इतने ज्यादा ट्वीन्स पढ़ते हैं कि इसका नाम का रिकॉर्ड ही बन गया. यह जानकर आपका सिर चकरा जाएगा कि इनमें से ज्यादातर बच्चों का आपस में खून का रिश्ता नहीं है.
इन दिनों सुर्खियों में है यह स्कूल
यह स्कूल इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. हो भी क्यों ना बात ही ऐसी है. दुनिया का यह एक अनोखा स्कूल होगा, जहां एक ही शक्ल-सूरत के दो लोगों के 70 से भी ज्यादा जोड़े हैं. यह स्कूल पंजाब के जालंधर में स्थित हैं. यहां के पुलिस डीएवी स्कूल में ऐसे ही 76 स्टूडेंट्स पढ़ते हैं, जिनकी शक्ल आपस में हूबहू मेल खाती है. इसके कारण कई बार गलती से टीचर एक छात्र के शैतानी करने पर उसके जैसे दिखने वाले दूसरे छात्र को उसकी सजा दे देत हैं. सबसे अनोखी बात जानकर आपको हैरानी होगी कि इसमें से महज तीन जोड़े ही ऐसे हैं, जो जुड़वां भाई-भाई या फिर बहन-बहन हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डीएवी स्कूल की प्रिंसिपल रश्मि विज बताती है कि जब उन्हें यह मालूम हुआ कि उनके स्कूल में 70 से ज्यादा स्टूडेंट्स ऐसे हैं, जिनकी सूरत आपस में मिलती हैं, तो वह भी हैरान रह गईं.
लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम हुआ दर्ज
रश्मि विज ने कहा कि उन्हें कई बार शिक्षकों की ओर से शिकायत मिली थी कि उन्होंने कुछ बच्चों को डांटा था, लेकिन जब उन्हें पता चला कि जिस बच्चे को उन्होंने डांटा था, वह दूसरे का जुड़वां नहीं था तो वह हैरान रह गईं. हालांकि, सब जानने के बाद उन्होंने इस अवसर का लाभ उठाया और इस बात को आगे बढ़ाया. इस तरह इस अनोखे रिकॉर्ड के लिए उन्होंने अपने स्कूल का नाम लिम्का बुक में दर्ज कराया.
स्कूल में 5700 विद्यार्थी नर्सरी से लेकर 12वीं तक पढ़ते हैं. पहली बार जब स्कूल के सभी स्टूडेंट्स को एक साथ बुलाया गया, तब टीचर्स और मैनेजमेंट को स्कूल में जुड़वा बच्चों की असल संख्या पता चली. बता दें कि अब सोशल मीडिया पर भी इस स्कूल की खहरें तेजी से वायरल हो रही है.