बलूचों की पाकिस्तान से क्या दुश्मनी? जिन्होंने वहां की आर्मी के नाक में कर रखा है दम

पाकिस्तान सेना पर पिछले दिनों हुए हमले में 17 सैनिकों की मौत हो गई थी. ये हमला बलूचिस्तान प्रांत के कलात जिले के मंगोचर इलाके में किया गया था. रिपोर्ट्स की मानें तो अलगाववादी हथियार बंद समूह ने फ्रंटियर कॉर्प्स कैंप पर यह हमला किया था. इसके बाद पाकिस्तानी आर्मी चीफ ने जवाबी कार्रवाई करने की बात कही है. वहीं हमले की जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने ली है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 3, 2025, 03:30 PM IST
  • नई नहीं है नाराजगी
  • क्यों नाराज हैं बलूच
बलूचों की पाकिस्तान से क्या दुश्मनी? जिन्होंने वहां की आर्मी के नाक में कर रखा है दम

नई दिल्लीः पाकिस्तान सेना पर पिछले दिनों हुए हमले में 17 सैनिकों की मौत हो गई थी. ये हमला बलूचिस्तान प्रांत के कलात जिले के मंगोचर इलाके में किया गया था. रिपोर्ट्स की मानें तो अलगाववादी हथियार बंद समूह ने फ्रंटियर कॉर्प्स कैंप पर यह हमला किया था. इसके बाद पाकिस्तानी आर्मी चीफ ने जवाबी कार्रवाई करने की बात कही है. वहीं हमले की जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने ली है.

नई नहीं है नाराजगी

ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी क्यों इस तरह के हमले कर रही है. पाकिस्तान में बलूचों की नाराजगी नई नहीं है, लेकिन माना जाता है कि 2006 में बलोच कबायली नेता नवाब अकबर बुगती को पाकिस्तानी सेना ने मार गिराया था. इसके बाद वहां सशस्त्र विद्रोह को और हवा मिली. अलगाववादी आजाद बलूचिस्तान के लिए लड़ रहे हैं. इनके ठिकाने पहाड़ों में हैं लेकिन कहा जाता है कि इन्हें आम लोगों से भी समर्थन मिलता है.

रिपोर्ट्स की मानें तो पाकिस्तान में कई राजनेता इसे राजनीतिक समस्या मानते हैं और बातचीत से शांतिपूर्ण तरीके से इसका समाधान करने के पक्षधर हैं, लेकिन पाक सेना पर इसे कुचलने की कोशिश करने के आरोप लगते हैं. वहीं बलोच संगठन क्षेत्र में चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर से जुड़ी योजनाओं का भी विरोध कर रहे हैं. 

क्यों नाराज हैं बलूच

बलूच लिबरेशन आर्मी का बात करें तो यह बलूचिस्तान के संसाधनों के अवैध दोहन, नौकरियों और मानवाधिकारों में लोगों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए लड़ रहा है. रिपोर्ट्स की मानें तो बलूचिस्तान के पास पूरे पाकिस्तान का 40 फीसदी से ज्यादा गैस है. ये कॉपर, गोल्ड आदि से समृद्ध है. बलूचिस्तान में अलग भाषा और बोली है. उनकी संस्कृति भी अलग है. इसलिए बलूच लोगों को अपनी भाषा-बोली, संस्कृति के खत्म होने का डर है. बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है लेकिन इस्लामाबाद की राजनीति और सेना में इनकी जगह काफी कम है.

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