वो वूमेन स्पाई जिसने अमेरिका को दिया चकमा, CIA से ट्रेनिंग ली, फिर व्हाइट हाउस की ही जासूसी कर डाली!

अमेरिका की खुफिया एजेंसी CIA के जासूसों की दुनियाभर में चर्चा है. हालांकि, यहीं कि एक जासूसी सू मी टेरी पर आरोप लगा कि उन्होंने दक्षिण कोरिया के लिए भी खुफिया एजेंट बनकर काम किया है.

Written by - Bhawna Sahni | Last Updated : Jan 24, 2025, 07:30 PM IST
    • सू मी टेरी की कहानी ने किया हैरान
    • दक्षिण कोरिया के लिए की जासूसी?
वो वूमेन स्पाई जिसने अमेरिका को दिया चकमा, CIA से ट्रेनिंग ली, फिर व्हाइट हाउस की ही जासूसी कर डाली!

नई दिल्ली: आपने दुनियाभर के कई जासूसों के बारे में सुना होगा, जिनके कारनामों अक्सर रौंगटे खड़े कर देते हैं. खुफिया एजेंसियां कुछ इस तरह काम करती हैं कि वह इंसानों के साथ-साथ जानवरों तक का इस्तेमाल कर लेती है. कुल मिलाकर कहा जाए तो हर देश को अपनी सुरक्षा की मजबूती के लिए पूरी तरह से तैयार रहता है. वहीं, अगर बात हो रही है जासूसी की तो इस लिस्ट में हम अमेरिका की खुफिया एजेंसी CIA की एक जासूस सू मी टेरी को तो बिल्कुल नहीं भूल सकते. लंबे वक्त से वह लगातार सुर्खियों में बनी हुई हैं.

दक्षिण कोरिया के लिए जासूसी का लगा आरोप

रिपोर्ट्स के मुताबिक, सू मी टेरी पहले वाइट हाउस नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल में एक वरिष्ठ अधिकारी के तौर पर काम कर चुकी हैं. अपने कार्यकाल के दौरान ही उन पर दक्षिण कोरिया की विदेशी खुफिया एजेंट होने के आरोप लग चुके हैं. बताया जाता है कि उन्होंने 2001 से 2011 तक अमेरिकी सरकार के लिए काम किया. वहीं, इसके बाद उन्होंने साउथ कोरिया की सरकार को कुछ गोपनीय जानकारी दी. सू मी टेरी पर 2013 में दक्षिण कोरिया के लिए खूफिया एजेंट के तौर पर काम करने का आरोप लगाया गया.

सू मी टेरी पर लगे कई आरोप

सू मी टेरी पर आरोप है कि उन्होंने विदेशी एजेंट पंजीकरण अधिनियन (FARA) का उल्लंघन किया है. दरअसल, इस अधिनियम के तहत अमेरिका में विदेशी संस्थाओं के लिए वकालत या राजनैतिक जैसे काम करने वाले लोगों को न्याय विभाग में रजिस्ट्रेशन करावा अनिवार्य होता है. वहीं, अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि सू मी टेरी ने एक दशक से भी ज्यादा वक्त तक दक्षिण कोरिया के लिए जासूसी की है. हालांकि, सू मी टेरी ने खुद पर लगे आरोपों को सिरे खारिज भी किया.

सू मी टेरी को मिले कई गिफ्ट्स

सू मी टेरी के मामले में अमेरिकी अधिकारियों की ओर से बताया गया कि दक्षिण कोरिया की सरकार ने जासूसी के लिए  37 हजार डॉलर और बहुत से लग्जरी गिफ्ट्स भी दिए थे. कहा जाता है कि सू मी टेरी जब 12 साल की थीं तब वह अमेरिका आई थीं. 2001 में उन्होंने मैसच्युसेट्स की प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संबंध संस्था टफ्ट्स यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट पूरी की और इसके बाद वह अमेरिका की खुफिया एजेंसी CIA में शामिल हो गई.

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