Ganpati ke Upay: फरवरी माह की संकष्टी चतुर्थी 9 फरवरी गुरुवार के दिन मनाई जाएगी. इस दिन लोग व्रत रखकर भगवान गणेश की पूजा करते हैं. गणपति बप्पा को दूर्वा घास बेहद पसंद है, इसलिए उनकी कृपा पाने के लिए दूर्वा के कुछ उपाय किए जा सकते हैं.
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Durva ke Upay on Sankashti Chaturthi: हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी या संकष्टी चतुर्थी का बेहद महत्व है. इस दिन भक्त गणपति के नाम से व्रत रखकर उनकी पूजा-अर्चना करते हैं. फरवरी में फाल्गुन माह की संकष्टी चतुर्थी 9 फरवरी को पड़ रही है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गणपति बप्पा को दूर्वा घास बेहद पसंद है, इसलिए लोग पूजा-पाठ के दौरान उनको इस घास को अर्पित करते हैं. आज के लेख भगवान गणेश को प्रसन्न कर, उनका आशीर्वाद पाने के लिए दूर्वा घास से किए जाने वाले कुछ खास उपायों के बारे में जानकारी देंगे.
तिथि
संकष्टी चतुर्थी की तिथि 9 फरवरी को सुबह 6 बजकर 23 मिनट से शुरू होकर 10 फरवरी सुबह 7 बजकर 58 मिनट तक रहेगी. ऐसे में उदयातिथि के अनुसार, इस बार संकष्टी चतुर्थी 9 फरवरी को मनाई जाएगी. इस दिन चंद्रोदय रात 8.45 बजे रहेगा.
उपाय
ज्योतिष शास्त्र में दूर्वा या दूब को लेकर कई उपाय बताए गए हैं. इस दिन गणेश जी की पूजा कर उन्हें दूर्वा अर्पित करें. सबसे पहले दूर्वा को उनके मस्तक पर लगाएं और फिर उनके पैरों में रख दें. हालांकि, जब आप दूर्वा तोड़कर ला रहे हों तो इस बात का ध्यान रखें कि वह जगह शुद्ध हो.
घर में लगाएं दूर्वा
घर में मिट्टी का गमला लाकर उसमें दूर्वा लगाएं. इसको रोजाना पानी दें और देखभाल करें. गमले में चींटियों के लिए कुछ मीठा अथवा पक्षियों के लिए दाना भी डालें. चींटियां या पक्षी जैसे-जैसे दाना या मीठा खाएंगे, घर में समृद्धि बढ़ने लगेगी. घर के मंदिर में उगाई जाने वाली दूर्वा शुभ मानी जाती है. इस दूर्वा को मां पार्वती को भी चढ़ा सकते हैं. किसी कारण से दूर्वा सूख जाए तो उसके स्थान पर नई दूर्वा लगा दें.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)