Physical Relation In High BP: अगर आपको हाई बीपी या हाइपरटेंशन की समस्या है, तो इसका असर सेक्स पावर पर पड़ सकता है. शारीरिक संबंध बनाते समय अगर किसी को हाई बीपी होने का एहसास हो, तो उसे फौरन ही बीपी की जांच करनी चाहिए.
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Physical Relation In High BP: हाई बीपी या हाइपरटेंशन की समस्या आजकल आम हो गई है. हाई बीपी का असर अब निजी जीवन पर भी पड़ रहा है. जी हां, अगर आप हाई बीपी के मरीज हैं, तो शारीरिक संबंध बनाने से पहले जरा संभल जाएं. दरअसल, हाइपरटेंशन सेक्स पावर पर असर डालता है. इसे ऐसे समझ सकते हैं कि जब शरीर में खून की नलियां फैट आदि के जमा होने से संकरी और कड़ी हो जाती हैं, तो खून का बहाव कम हो जाता है. यही स्थिति प्राइवेट पार्ट तक खून पहुंचाने वाली नलियों के साथ भी होती है. जब व्यक्ति का बीपी हाई होता है, तो प्राइवेट पार्ट तक खून कम मात्रा में पहुंचता है, जिससे प्राइवेट पार्ट में कड़ापन कम आता है. साथ ही, थकावट, सिरदर्द आदि होने से शरीर साथ नहीं देता और कामेच्छा भी कम होती है. आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि हाई बीपी के समय कपल को सेक्स क्यों नहीं करना चाहिए...
1. हाइपरटेंशन का दिल से है रिश्ता
आपको बता दें, हाइपरटेंशन का सीधा संबंध दिल से है. दरअसल, शरीर के सभी अंगों या कोशिकाओं तक साफ खून पहुंचाने और फिर साफ खून का उपयोग अंगों या कोशिकाओं द्वारा करने के बाद खराब खून वापस किडनी और लंग्स में भेजने का काम दिल ही करता है. वहीं उच्च रक्तचाप के समय दिल के लिए यह काम करना मुश्किल हो जाता है. इसलिए हाई बीपी में सेक्स को अवॉयड करना चाहिए.
2. खून में दबाव कम हो जाता है
वहीं, जब हम बीपी कम करने की दवा खाते हैं तो प्रवाह ठीक होता है, लेकिन कई बार खून में दबाव कम हो जाता है. यही वजह है कि कुछ दवाओं के सेवन से प्राइवेट पार्ट के कड़ेपन में कमी आ सकती है. जब खून में प्रेशर कम हो तो अपने डॉक्टर की सलाह पर दवा बदल सकते हैं.
3. महिलाएं हाई बीपी में बरतें सावधानी
महिलाओं के लिए इस बात का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, कि अगर उनका बीपी बढ़ा हुआ है, तो उस दौरान सेक्स यानी शारीरिक संबंध बनाने से बचें. नॉर्मल होने पर ही करें, क्योंकि सेक्स के दौरान बीपी और बढ़ जाता है. इससे मौत तक की नौबत आ सकती है. हालांकि ऐसे केस अभी तक सामने नहीं आए हैं.
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