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Knowledge Story: अक्सर तेज नजर वालों के लिए कहा जाता है 'ईगल-आइड', आखिर ऐसा क्या है इसमें? यहां मिलेगा जवाब

Eagle Eye Sharp Vision: अक्सर किसी की तेज आंखों की तुलना के लिए 'ईगल-आइड' शब्द का इस्तेमाल किया जाता है. इंग्लिश में बाज को ईगल कहा जाता है. इससे स्पष्ट है कि उस शख्स की नजरों की तुलना 'बाज की नजर' से हो रही है. धरती पर मौजूद जीव-जंतुओं में हर एक की अपनी खासियत होती है. इनमें से कुछ की ताकत और विशेषताएं इंसानों से कहीं बेहतर होती हैं. इन्हीं में से एक है बाज. चलिए जानते हैं बाज की आंख की विशेषता और कैसे ये इंसानों की आंखों से बेहतर है...

बाज की आंख

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बाज की आंख

बाज की आंखें इतनी तेज होती हैं कि वह 3 किलोमीटर दूर से भी अपने शिकार की पहचान कर लेता है. "ईगल आई" यानी बाज की आंख के नाम पर ही दुनिया में सबसे अच्छे कैमरे का नाम रखा गया है. 

प्रकृति का चमत्कार

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प्रकृति का चमत्कार

बाज की आंख को धरती पर सबसे तेज माना जाता है. उसका वजन एक किलो से भी कम होता है और आंखें इंसान के बराबर आकार की होती हैं, लेकिन इसकी दृष्टि क्षमता अद्भुत होती है. बाज की आंखें उसके दिमाग से बड़ी होती हैं और ये इतनी शक्तिशाली हैं कि 3 किलोमीटर दूर का शिकार भी आसानी से देख लेती हैं.

क्या है ईगल आई की खासियत?

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क्या है ईगल आई की खासियत?

"ईगल आई" का मतलब होता है तेज और सटीक नजर. बाज और अन्य शिकारी पक्षी जैसे चील और उल्लू, दूर से ही अपने शिकार की पहचान कर लेते हैं. इनकी आंखें पांच अलग-अलग रंगों में चीजें देखने में सक्षम होती हैं. यही कारण है कि शिकारी पक्षी अपने शिकार को आसानी से पकड़ लेते हैं.

 

इंसानों की आंखें और उनकी सीमाएं

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इंसानों की आंखें और उनकी सीमाएं

इंसान की आंखें 1 किलोमीटर दूर तक की चीजों को स्पष्ट रूप से देख सकती हैं और कई रंगों को पहचानने में कैपेबल होती हैं. हालांकि, ऑप्टिकल रिजॉल्यूशन और विजुअल एबिलिटी के मामले में इंसान बाज के मुकाबले कहीं पीछे हैं.

ऑप्टिकल रिजॉल्यूशन से तय होती है विजुअल एबिलिटी

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ऑप्टिकल रिजॉल्यूशन से तय होती है विजुअल एबिलिटी

आंखों का आकार और उसकी संरचना ऑप्टिकल रिजॉल्यूशन निर्धारित करते हैं. आंख जितनी बड़ी होगी, उतना ही अच्छा रिजॉल्यूशन मिलेगा. हालांकि, बाज की दृष्टि क्षमता उनके विशेष रेटिना और फ्लैट बैक की वजह से कहीं बेहतर होती है.

शिकारी पक्षियों का 'रैप्टर' वर्ग

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शिकारी पक्षियों का 'रैप्टर' वर्ग

बाज, चील और उल्लू जैसे पक्षियों को "रैप्टर" यानी शिकारी पक्षी कहा जाता है. इनकी दृष्टि क्षमता इतनी तेज होती है कि वे उड़ते हुए भी जमीन पर मौजूद छोटे से छोटे शिकार को देख सकते हैं. यह इनके शिकार करने की मुख्य ताकत होती है.

शिकार करने का तरीका: तेज नजर और घातक हमला

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शिकार करने का तरीका: तेज नजर और घातक हमला

बाज अपनी तेज नजरों की मदद से शिकार को दूर से देखता है और बिजली की तेजी से उस पर हमला करता है. उसकी यह विशेषता उसे जंगल का सबसे कुशल शिकारी बनाती है.

ईगल आई साइंस और तेक्नीकल यूज

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ईगल आई साइंस और तेक्नीकल यूज

"ईगल आई" का नाम आजकल टेक्नीकल फील्ड में भी पॉपुलर है. हाई-रेजोल्यूशन कैमरों को अक्सर "ईगल आई कैमरा" कहा जाता है, जो बाज की दृष्टि क्षमता से प्रेरित होकर बनाए जाते हैं.

प्रकृति का अद्भुत तोहफा

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प्रकृति का अद्भुत तोहफा

बाज की आंखें सिर्फ एक विशेषता नहीं, बल्कि प्रकृति का अद्भुत तोहफा हैं. यह हमें यह सिखाती है कि जीव-जंतुओं की दुनिया में कई ऐसी चीजें हैं, जो इंसानों की क्षमताओं से भी कहीं आगे हैं.

आंखें ही हैं बाज की पहचान

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आंखें ही हैं बाज की पहचान

बाज की आंखें न केवल उसकी पहचान हैं, बल्कि यह विज्ञान और तकनीकी प्रगति को प्रेरित करती हैं. इसके बारे में स्टडी करने से हमें प्रकृति की जटिलता और खूबसूरती को समझने में मदद मिलती है.

 

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