आजकल के फोन में लिथियम-आयन बैटरी का इस्तेमाल होता है. ये बैटरी बहुत अच्छी होती हैं, लेकिन इनकी भी कुछ सीमाएं हैं. अगर आप फोन की बैटरी को पूरी तरह खत्म होने देते हैं या फोन को 100% चार्ज होने के बाद भी चार्जर में लगा रहने देते हैं, तो इसकी बैटरी की क्षमता कम हो सकती है. इसलिए कोशिश करें कि फोन को ज़रूरत से ज़्यादा देर तक चार्जर में न लगाएं और फोन पूरी तरह चार्ज हो जाने के बाद उसे चार्जर से निकाल दें.
जब आप फोन चार्ज करते हैं, तो वह गर्म हो जाता है. फोन को चार्ज करते समय तकिए के नीचे या बिस्तर पर नहीं रखना चाहिए, क्योंकि दरी या बिस्तर जैसी मुलायम सतहों पर गर्मी जमा हो सकती है, जिससे फोन ज़्यादा गर्म हो सकता है और आग लगने का भी खतरा हो सकता है. ऐप्पल और गूगल दोनों कंपनियां सलाह देती हैं कि आप अपने फोन को किसी साफ और सपाट सतह पर, जैसे कि बेडसाइड टेबल पर चार्ज करें.
कई बार हम सस्ते चार्जिंग केबल और चार्जर खरीद लेते हैं, खासकर जब हमारे असली चार्जर खराब हो जाते हैं या खो जाते हैं. लेकिन सस्ते चार्जर अक्सर खराब क्वालिटी के होते हैं और फोन को सही से चार्ज नहीं कर पाते हैं. अगर आपने बहुत कम पैसे में कोई चार्जर खरीद लिया है, तो आपको हैरानी नहीं होनी चाहिए अगर आपका फोन धीरे-धीरे चार्ज होता है या चार्जर बहुत गर्म हो जाता है. इसलिए बेहतर है कि आप थोड़े महंगे, लेकिन अच्छे ब्रांड के चार्जर और केबल खरीदें.
कई ऐसे ऐप्स हैं जो दावा करते हैं कि वो आपके फोन की बैटरी की लाइफ बढ़ा देंगे. लेकिन ये ऐप्स आमतौर पर काम नहीं करते हैं. iPhones में इन ऐप्स को जरूरी सेटिंग्स तक पहुंच नहीं मिलती है, और Android डिवाइस में ये ऐप्स आपके फोन की जानकारी गलत तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं. इसलिए बेहतर है कि आप अपने फोन की बैटरी को बचाने के लिए फोन में पहले से मौजूद फीचर्स का इस्तेमाल करें.
जब आप फोन चार्ज करते हुए उसमें वीडियो देखते हैं या गेम खेलते हैं, तो फोन बहुत गर्म हो जाता है. ज़्यादा गर्मी से फोन की बैटरी खराब हो सकती है. इसलिए जब आप फोन को चार्ज कर रहे हों, तो उसका इस्तेमाल न करें. इससे आप अपने फोन की बैटरी को लंबे समय तक ठीक रख सकते हैं.`
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