Viral News : रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच केरल के कोल्लम स्थित अमृतपुरी आश्रम में एक रूसी और यूक्रेनी जोड़े ने शादी की. लंबे संघर्ष और दूरियों के बावजूद, उन्होंने एक-दूसरे को जीवनसाथी के रूप में अपनाने का फैसला किया. इस कपल की शादी इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है.
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Viral News : करीब तीन साल से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच केरल में एक अनोखी शादी देखने को मिली, जहां रूस और यूक्रेन के एक जोड़े ने एक-दूसरे का जीवनसाथी बनने का फैसला किया. यह विवाह कोल्लम स्थित अमृतपुरी आश्रम में संपन्न हुआ, जहां उनके प्रेम संबंध ने शादी का रूप ले लिया.
स्ट्रेस मैनेजमेंट में करते हैं मदद
यूक्रेन के साशा ओस्ट्रोविक और रूस की ओल्या ओस्ट्रोविक, जिन्हें सावित्री के नाम से भी जाना जाता है. उन्होंने 23 जनवरी को माता अमृतानंदमयी के आशीर्वाद से विवाह किया. साशा यूक्रेन की राजधानी कीव से ताल्लुक रखते हैं और अमृता यूनिवर्सिटी में मेंटल हेल्थ पर पीएचडी कर रहे हैं. वह युद्धग्रस्त इलाकों में लोगों को स्ट्रेस मैनेजमेंट में मदद भी करते हैं. वहीं, मॉस्को की रहने वाली ओल्या 2009 से अमृतपुरी आश्रम में वालंटियर के रूप में काम कर रही हैं. साथ ही, वह रूस में ऑनलाइन साइकॉलजी की पढ़ाई भी कर रही हैं.
कब हुई पहली मुलाकात
साशा और ओल्या की पहली मुलाकात 2019 में हुई थी, लेकिन उनकी प्रेम कहानी को शुरुआत में ही कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. जब वे एक-दूसरे को जानने और समझने लगे, तभी COVID-19 महामारी के कारण उन्हें लंबे समय तक अलग रहना पड़ा. हालात सुधरते इससे पहले ही रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध छिड़ गया, जिससे उनके मुलाकात की संभावनाएं और भी धूमिल हो गईं.
भारत लौटना चमत्कार से कम नहीं
हालांकि, भाग्य ने उनका साथ दिया और साशा युद्ध शुरू होने से पहले ही अमृतपुरी लौटने में सफल रहे. इस बारे में बात करते हुए साशा ने कहा, "यह किसी चमत्कार से कम नहीं था कि मैं युद्ध से पहले ही भारत लौट आया. जब युद्ध शुरू हुआ, तो हालात बेहद दर्दनाक और डरावने थे." लेकिन इस कठिन समय ने उनके रिश्ते को और मजबूत कर दिया.
युद्ध से कम नहीं हुई दूरियां
युद्ध और दूरियों के बावजूद, साशा और ओल्या का प्यार हर चुनौती से ऊपर साबित हुआ. वे मानते हैं कि सच्चा प्यार किसी भी सीमा से परे होता है और इसमें देशों की सरहदें मायने नहीं रखतीं. उनका मानना है कि प्रेम न केवल दो दिलों को जोड़ता है, बल्कि यह किसी भी विपरीत परिस्थिति में उम्मीद और विश्वास बनाए रखने की ताकत भी देता है.